मोतिहारी
आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को पोषाहार नहीं देने से केन्द्र से गायब रहते है बच्चें
By Deshwani | Publish Date: 6/4/2019 8:52:39 PMचिरैया। अर्चना रंजन। राशि उठाव के बाद भी विगत कई महीनों नन्हे बच्चों के बीच पोषाहार नहीं देने से प्रखंड के आंगनबाड़ी केन्द्रों से बच्चों का पलायन तेजी से जारी है। जिसके कारण सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना चिरैया में ठप सी हो गई है। ताजा मामला मधुबनी पंचायत के मधुबनी गांव स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 136 का है। जहां शनिवार को केन्द्र पर महज 4 बच्चें उपस्थित थे। घर से लाए अपने बोरे पर छोटे गंजी पहन कर बैठे 4 छोटे-छोटे बच्चें सबकुछ बयां कर रहा है। वहीं आंगनबाड़ी सेविका संजू कुमारी इन बच्चों की उपस्थिति का परवाह किये बिना फोन करने में मशगूल है। इनके फोन पर बात करने में बच्चें खलल नही पैदा करें। इसलिए बच्चों को हड़काने के लिए अपने दाहिने हाथ में छड़ी उठा रखी है। जबकि सरकारी निर्देशानुसार बच्चों को डराने के लिए छड़ी का इस्तेमाल नही करना है। इससे साबित होता है कि प्रखंड के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रही है।
वहीं इन केंद्रों पर सरकारी निर्देश का कोई असर नहीं दिख रही है। केन्द्र पर सहायिका सुनीता देवी कई महीनों से नही आती है। सीडीपीओ और महिला पर्यवेक्षिकाओं की मिलीभगत में पोषाहार योजना पूरी तरह लूट का केन्द्र बन गया है। शनिवार को भी केन्द्र पर पोषाहार की कोई व्यवस्था नही थी। आंगनबाड़ी सेविका संजू कुमारी ने कहा कि जब सीडीपीओ और महिला पर्यवेक्षिका सहित डीपीओ को कमीशन जाता है तो बच्चों को पोषाहार कैसे मिलेगा। इधर इस बावत महिला पर्यवेक्षिका साजिया कैफ़ी से पूछे जाने पर उनके द्वारा स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह फिलवक्त जिला निर्वाचन कोषांग में प्रतिनियुक्ति पर है। इसलिए फिलहाल उन्हें केन्द्रों की अद्यतन जानकारी नहीं है। वहीं सीडीपीओ रेखा कुमारी ने कहा कि पोषाहार योजना में किसी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर आंगनबाड़ी केंद्रों के सेविकाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्र संख्या 136 की मिली शिकायत की जांच कर सेविका के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।