मोतिहारी
महाशिवरात्रि के दिन सुगौली सन्धि के 203 वर्ष पूरे होने का सुखद संयोग,श्रद्धालुओं ने युग्म पंचमुखी महादेव पर किया जलाभिषेक
By Deshwani | Publish Date: 4/3/2019 10:00:00 AMयुग्म पंचमुखी महादेव मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़। फोटो- देशवाणी।
मोतिहारी। सुगौली। शिवेश झा।
सुगौली सन्धि स्थल पर स्थित युग्म पंचमुखी महादेव मंदिर में सोमवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। यह सुखद संयोग रहा कि आज ही के दिन इसी परिसर में स्थित अंग्रेजों की छावनी में भारत और नेपाल के बीच सीमा समझौता को लेकर सन्धि हुई थी। यह भारत और नेपाल की बीच हुई सन्धि का 203 वां वर्ष है। यहीं 4 मार्च 1816 ई. को भारत और नेपाल के बीच सीमांकन को लेकर सन्धि हुई थी।
जहां सुगौली सन्धि के प्रतीक के रूप में तत्कालीन बेतिया महाराज आनन्द किशोर ने यहां युग्म पंचमुखी महादेव मंदिर की स्थापना कराई थी। जिसमे कई बेशकीमती पत्थरों की कई दुर्लभ प्रतिमा की स्थापना कराई। इस मंदिर में तांत्रिक पद्धति सहित कई अन्य विधियों से अलग-अलग कमरों में प्रतिमा की स्थापना कराई गई है। कालांतर में इस मंदिर में सभी पद्धतियों से पूजा अर्चना करने देश व विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु विधि विधान के साथ पूजा करने व तंत्र-मंत्र सिद्धि को यहां पहुंचते थे।
बताया जाता है कि इस तरह का मंदिर पूरे विश्व मे सिर्फ तीन जगहों पर स्थापित है। जिसके मध्य उत्तर और दक्षिण के मध्य में यहां सुगौली में स्थापित है। आज ही के दिन बीते तीन वर्ष पूर्व प्रेस क्लब सुगौली द्वारा सन्धि के दो सौ वर्ष पूरे होने पर सुगौली सन्धि महोत्सव का आयोजन किया गया था। इस बाबत मंदिर प्रबंधन के सदस्य प्रदीप सर्राफ ने बताया कि इस ऐतिहासिक मंदिर के विकास तथा पुरातात्विक जांच के लिए कई धरोहर देख रेख के अभाव में विलुप्त होता जा रहा है।