मोतिहारी
नेहा से ही होगी मनीष की शादी, आज नहीं, 21 की उम्र होने पर, पताही प्रशासन ने रोका बाल विवाह
By Deshwani | Publish Date: 9/2/2019 9:48:25 PMमोतिहारी। माधुरी रंजन।
पूवी चम्पारण के पताही प्रखंड प्रशासन ने बाल विवाह नहीं करने के लिए वर व वधू पक्ष को समझाने में सफलता पाई है। दोनों पक्षों ने स्वीकार किया कि शादी उसी वर व वधू से ही होगी। लिहाजा लड़के की उम्र 21 होने के बाद ही। शादी की सारी तौयारियां हो चुकी थी। ऐन मौके पर किसी ने पुलिस को बता दिया कि लकड़े की उम्र अभी 21 नहीं हुई है। तब पताही प्रशानसन ने वर व वधू पक्ष को समझाया। बताया कि भारतीय कानून व मेडिकल के हिसाब से भी शादी सही नहीं है। तब दोनों पक्ष तैयार हो गए। इसमें थानाध्यक्ष विकास तिवारी की भूमिका काफी सराहनीय रही। मालूम हो कि बाल विवाह जैसी कुप्रथा से निजात पाने को सूबे की नीतीश सरकार काफी संवेदनशील है।
क्या है सही उम्र शादी की-
बाल विवाह अधिनियम के मुताबिक भारत में शादी के लिए लड़की की उम्र 18 वर्ष व लड़के की उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए। यूनीसेफ के अनुसार भारत में 47 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 साल में हो जाती है जबकि 18 प्रतिशत लड़कियों की शादी महज 15 साल की उम्र में कर दी जाती है। भारत में बाल विवाह जैसी कुरीति सदियों से बड़ी परेशानी का कारण रहा है। हालांकि जागरुकता से इसमें काफी हद तक कमी आई है।
थानाध्यक्ष विकास तिवारी ने की पहल-
दरअसल पताही थाना के डुमरी गोविन्द गांव निवासी सिकिन्द्र पासवान के पुत्र मनीष की शादी इसी थाना के बाराशंकर निवासी प्रेम पासवान की पुत्री नेहा से होने वाली थी। 8 फरवरी को सकिन्द्र पासवान अपने पुत्र की बारात बाराशंकर ले जाने वाले थे। लेकिन दूल्हे यानी मनीष की उम्र अभी मात्र 19 वर्ष 3 महीना ही हुई थी। इसकी सूचना एक ग्रामीण ने थानाध्यक्ष विकास तिवारी को दी। तब उन्होंने इसे काफी गंभीरता से लेते हुए पहल की। फिर शादी न करने पर दोनों पक्ष राजी हो गए।
इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष विकास तिवारी ने बताया कि दूल्हा मनीष पासवान की उम्र 19 वर्ष 3 महीना है। इसकी जानकारी मनीष कुमार के ग्रामीण से मिली थी। इसके साथ ही मनीष कुमार के जन्म के सत्यापन के लिए स्कूल, जन्म-प्रमाणपत्र एवं आधार कार्ड की जांच की गई। सभी उपलब्ध प्रमाण पत्रों में मनीष कुमार की उम्र कम पाई गई। इस वजह से दोनों पक्षों के घर जाकर इस शादी को रोकने व जब तक शादी की उम्र नहीं हो तब तक शादी नहीं करने के कई बिंदुओं पर समझाया गया। गांव के लोगों को बुलाकर इसके लिए तैयार कराया गया। इसके के बाद दोनों पक्ष के लोग समझ गए और शादी नहीं हो सकी। उनके साथ अंचलाधिकारी रोहित कुमार भी उपस्थित थे।