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मोतिहारी
रामधुन के साथ हुई 2018 की विदाई व होगा नये साल का स्वागत, दो दशकों से है यह परंपरा
By Deshwani | Publish Date: 31/12/2018 9:23:03 PM
रामधुन के साथ हुई 2018 की विदाई व होगा नये साल का स्वागत, दो दशकों से है यह परंपरा

मोतिहारी।पीपराकोठी। माला सिन्हा।


 वर्ष 2018 की विदाई हो रही है। सभी लोग अपने-अपने हिसाब से नये साल के स्वागत की तैयारी में लगे हुए है। चाहे वह बच्चा हो या वृद्ध या फिर नौजवान। सभी के सिर पे नए साल के स्वागत व तैयारी का जुनून है। इसके तहत जहा युवक युवतियां सोशल मीडिया के जरिये पिछले सप्ताह भर पूर्व से एडवांस में नव वर्ष की शुभकामनाएं के रहे है। तो कुछ ग्रीटिंग कार्ड के जरिये अपनी भावना को व्यक्त करने में व्यस्त है। हालांकि अब ग्रिटिंग कार्ड की परंपरा कम होते जा रही है।

 

नए साल की तैयारी में कुछ लोग पिकनिक स्पॉट पर जाने की तैयारी में मशगूल हैं। वहीं दूसरी तरफ इसी में एक अनोखा नजारा पीपराकोठी मुख्य चौराहा स्थित दुर्गा मंदिर व बैरिया देवी स्थान का देखने को मिलता है। इन दोनों जगहों पर रामधुन के साथ बीते साल की विदाई व नये साल के स्वागत करने की परंपरा करीब दो दशक से चलती आ रही है।

 

इन दोनों जगहों पर आज से ही अखण्ड अष्टयाम स्थानीय लोगों के सहयोग से आरंभ है। बैरिया देवी स्थान पर तो एक पखवाड़े तक यह चलता रहता है। इस संबंध में आचार्य आनन्द किशोर तिवारी ने बताया जाता है कि स्थानीय मीना बाजार निवासी रामाधार साह ने इस परंपरा की शुरुआत की और आज 21 वर्ष भी जारी है। मौके पर सुदीप श्रीवास्तव, मिंटू जायसवाल, अनिरुद्ध सिंह व अमरनाथ प्रसाद सहित कई श्रधालु मौजूद थे।

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