गाय खरीदने के नाम पर पीपराकोठी गांव आया और कर लिया नीलेश का अपहरण, बेहोशी की हालत में मुक्त
मोतिहारी। पीपराकोठी। माला सिन्हा।
पीपराकोठी थाना क्षेत्र के बरकुरवा गांव से एक 13 वर्षीय बालक के अपहरण के बाद 20 घंटे के बाद बेहोशी की हालत में मिला। मुक्त हुआ बालक बरकुरवा गांव निवासी उमा सिंह के 13 वर्षीय पुत्र नीलेश कुमार है। जो बुनियादी विद्यालय के वर्ग आठ का छात्र है। बीते 11 दिसंबर को उसके गांव बरकुरवा से गाय की खरीदारी करने के बहाने अपहरणकर्ता आया था। उसने अपनी तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर नीलेश को अपने साथ दवा खरीदवाने ले गया था।
घंटों बाद जब वह नहीं लौटा तो आज गुरुवार को उसकी मां मणि देवी थकहार कर थाने में अपहरण की सूचना देने थी। तभी तो उन्हें ग्रामीणों ने सूचना दी कि उनका बेटा बेहोशी की हालत में मिल गया है। नीलेश का पीएचसी में इलाज चल रहा है। उपहणकर्ता ने उसे नशे की गोलिया दी थी। उसके हाथ- पैर बांधकर उसकी पिटाई भी की थी।
घटना बुधवार की शाम करीब पांच बजे के आसपास की बताई जा रही है। अपहृत बालक बरकुरवा गांव निवासी उमा सिंह का 13 वर्षीय पुत्र नीलेश कुमार है। जो बुनियादी विद्यालय के वर्ग आठ का छात्र है। घटना के 20 घंटे बाद वह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बेहोशी की हालत में मुक्त हो गया है।
बालक के पिता पंजाब के सिरसा नामक स्थान पर एक राइस मिल के कर्मचारी हैं।
गाय खरीदने के बहाने आया था अपहरणकर्त्ता-
घटना को लेकर बालक की माता मणि देवी ने बताया किै पिछले दस दिसंबर को एक व्यक्ति ने उनकी गाय खरीदने के लिए उनके घर आया था। उसने गाय की कीमत के लिए मोल-भाव किया। इसके बाद वह चला गया। उसने बताया था कि उसका मंझरिया गांव में नानिहाल है। वह अपने ननिहाल के गांव मंझरिया ही रहता है। फिर वह 11 दिसंबर को आया। उसने गाय की कीमत तय करते हुए पांच सौ रुपये अग्रिम राशि दी। कहा कि उसे छुतका लगा है। इसलिए वह बाद में कुल राशि देकर गाय ले जाएगा। यह कहकर वह चला गया।
दवा खरीदने के नाम पर नीलेश को साथ ले गया-
उक्त अपहरणकर्ता बुधवार की शाम में फिर आया और गाय को देखा। उसने अपनी तबीयत खराब होने की बात कहते हुए नीलेश को पीपराकोठी साथ चलकर दवा लाने की। दवा लेने के बहान वह नीलेश को अपनी साइकिल पर बैठाकर पीपराकोठी के लिए ले गया। लेकिन बालक वापस अपने घर नहीं लौटा। बच्चे के नहीं लौटने पर सभी लोग घबड़ा गए। उसकी काफी खोजबीन की गई। मंझरिया गांव में भी जाकर उसकी तलाश की। लेकिन दोनों का कही भी अता-पता नहीं चला।
थक हार कर नीलेश की मां आई थी थाने पर-
अंत मे बच्चे की माँ ने थाने में अपहरण होने की बात कहते हुए आवेदन देने के लिए बैठी ही थी कि बच्चे को बेहोशी की हालत में मिलने की सूचना मिली। लोगों ने बच्चे को स्थानीय नर्सिंग होम में इलाज कराया। होश आने पर बालक ने बताया कि अपहरण कर्ता ने उसे बुनियादी विद्यालय के फील्ड में लाया और बैठा दिया। जबरन समोसा खिलाया और वह मारपीट कर हांथ पैर व मुँह बांधकर बगल के खेत मे डाल दिया। करीब बारह बजे के आसपास बाइक के सहारे उसे बंगरी साइड में एक स्कूल में रखा और बुरी तरह पिटाई की। उसने बताया कि आज वह किसी तरह लड़खड़ाते हुए भागकर आया है।
इस संबंध में दरोगा शकील अहमद ने कहा कि अभी आवेदन नही मिला है। आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।