ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
मोतिहारी
कार्यदलों को प्रशिक्षण : आपदा के समय पूर्व सूचना के लिए रेडियो की अहम भूमिका- पटनायक
By Deshwani | Publish Date: 12/12/2018 5:34:25 PM
कार्यदलों को प्रशिक्षण : आपदा के समय पूर्व सूचना के लिए रेडियो की अहम भूमिका- पटनायक


मोतिहारी। बंजरिया। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
 
 किसी भी आपदा के समय रेडियो से की अहम भूमिका होती है। पूर्व सूचना व  चेतावनी के लिए हर घर मे रेडियो जरूर रखे। रेडियो का नेटवर्क लगातार जारी रहता है। उक्त बातें सेव द चिल्ड्रन के सहयोग से सामाजिक शोध एवं विकास केंद्र द्वारा बंजरिया प्रखंड मुख्यालय सभागार में ग्राम आपदा प्रबंधन के तहत बने कार्य दलों के प्रशिक्षण का तीसरे दिन मुख्य प्रशिक्षक सुशांत कुमार पटनायक ने कही।
 
 
इस प्रशिक्षण का उद्घटान पूर्वी चम्पारण के बंजरिया अंचलाधिकारी सह आपदा प्रबंधन नोडल पदाधिकारी शिवकुमार सिंह के द्वारा किया गया। उन्होंने लोगों से आपदा के समय मानवता की सेवा करने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। मानवीय प्रत्युत्तर बाढ़ राहत कार्यक्रम के तहत कार्य दलों के प्रशिक्षण में उड़ीसा भुनेश्वर से आए मुख्य प्रशिक्षक सुशांत कुमार पटनायक ने प्रशिक्षुओं को बताते हुए कहा कि आपातकालीन समय में समुदाय को सूचना व चेतावनी देने के तरीके का प्रदर्शन कराया।
 
 
 
जिसमें लोग शंख, ढोल, ताशा, सिटी, मेगा माइक व डफली वगैरह का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने उपलब्ध संसाधन के माध्यम से सूचना तंत्र को विकसित करने पर जोर दिया। प्रशिक्षकों के द्वारा विभिन्न आपदाओं के स्थिति में कार्य दलों की भूमिका पर प्रकाश डाला। साथ ही प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न आपदाओं के स्थिति में कार्य दलों की भूमिका के महत्व को बताया। साथ ही आपदा के समय बाल संरक्षण व मनोवैज्ञानिक प्राथमिक उपचार पर विस्तृत जानकारी दी।
 
 
 
 उन्होंने लोगों को व्यवहारिक ज्ञान देते हुए कहा कि आपातकालीन स्थिति में मन को शांत रखना चाहिए। मन में कोई जातिवादी भेदभाव नहीं रखना चाहिए। संसार में हम लोग एक इंसान हैं। आपातकालीन स्थिति में भेदभाव रखना एक मानवीय अपराध है। इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षक के रूप में अमुल्य सामर्थ, परियोजना समन्वयक हामिद रजा, सामुदायिक उत्प्रेरक बिंदवासिनी प्रसाद, त्रिलोकी मुखिया, शफी अहमद, मुस्तफिजुर रहमान, इंजीनियर सद्दाम हुसैन, सुदामा महतो, बच्ची देवी, रूहूल हक़, शिवबचन राम, मीना देवी, नवल सिंह, सुनील कुमार व रूहअफजा खातून सहित कई लोग शामिल हुए।
हामिद रज़ा
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS