केविवि मोतिहारी के जमीन अधिग्रहण मुआवजा-राशि फर्जीवाड़े में अभियुक्त जयकिशुन के मकानों की हुई कुर्की
मोतिहारी। देशवाणी।
महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के भूमि अधिग्रहण की मुआवजा राशि के फर्जीवाड़ा के मामले में जिला प्रशासन ने रविवार को कड़ा रुख अख्तियार किया। कोर्ट से अभियुक्त के घरों की कुर्की के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने अभियुक्त जयकिशुन तिवारी के पैतृक गांव हरसिद्धि के गायघाट बड़ा हरपुर व अरेराराज वार्ड 10 स्थित निवास की कुर्की की गई।
अभियुक्त जयकिशुन तिवारी व अन्य पर कतिपय कर्मचारियों की मिली भगत से 3 करोड़ 5 लाख 28 हजार रुपये फर्जीवाड़ा कर निकासी का आरोप लगाया गया है। जिसको लेकर मामला भी दर्ज किया गया है। जयकिशुन तिवारी व अन्य के रुपये ट्रांस्फर के सबूत भी मिले है। पिछले दिनों एक सड़क दुर्घटना के बाद पुलिस को बैग मिला। जांच की गई तो उसमें एक करोड़ 30 लाख रुपये मिले। जिला पुलिस कहना है कि उक्त रुपये जयकिशुन तिवारी ही कहीं खपाने को ले जा रहा था।
न्यायालय के आदेश पर रविवार को अरेराज एसडीओ धीरेन्द्र कुमार मिश्र, एसडीपीओ अजय कुमार मिश्र, अरेराज इंसपेक्टर राणा विजय कुमार, नगर थाना के एसआई नागेंद्र सहनी, हरसिद्धि थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, सीओ सतीश कुमार सहित संग्रामपुर व पहाड़पुर के पुलिस पदाधिकारी, सैफ के जवान, चौकीदार व महिला पुलिस कर्मी के मैजूदगी में घर की कुर्की जप्ती की गयी।
सीओ सतीश कुमार व थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि नगर थाना में जयकिशुन तिवारी पर फर्जीवाड़ा कर रुपये निकासी कर लेने में प्राथमिकी दर्ज हुयी थी। उसकी गिरफ्तारी के लिये लगातार छापेमारी हो रही थी। फिर भी जयकिशुन तिवारी पुलिस को हाथ नही लग रहा था। कोर्ट के आदेश पर कुर्की जप्ती की गयी हैं।
बताया कि पुलिस ने मुख्य दरवाजा के मेन गेट के ग्रिल को जेसीबी से तोड़वाया फिर उनके हिस्से के सात कमरे का दरवाजा, खिड़की को तोड़ा गया। रूम में रखे चार पंलग, सोफा, फ्रिज, टीवी, ड्रेसिंग टेबल, ट्रंक, चार सूटकेश, जरनेटर व काफी मात्रा में कपड़ा तथा खाना बनाने की सामग्री सहित अन्य सामान को तीन ट्रैक्टर पर लाद कर स्थानीय थाना लाया गया। उसकी जप्ती सूची बनाने की प्रक्रिया की जा रही हैं।
गौरतलब हैं कि जयकिशुन तिवारी, अरविंद सिंह, सहित एक महिला पर नगर थाना में भूमि अधिग्रहण में सुकदेव साह के नाम पर फर्जीवाड़ा कर अपने खाता में एक करोड़ तीस लाख रुपया देना बैंक से अपने खाता में ट्रांसफर करा लिया था। उसके अगले दिन रुपया का निकासी भी कर ली गयी। जब असली सुकदेव साह अपने साथ मुखिया के साथ रुपया लेने गए तो पाया कि उनके मुअावजे की राशि की निकासी हो गयी हैं।
तब जाकर भूअर्जन कर्यालय से नगर थाना में जयकिशुन तिवारी सहित तीन लोगों पर प्राथमिकी की गयी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जयकिशुन तिवारी रुपया को कहीं सुरक्षित जगह खपाने जा रहा था। तभी मटियरिया के पास उसकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। रुपया से भरा बैग गाड़ी मे ही छोड़ कर जयकिशुन फरार हो गया। घटना के तुरंत बाद पुलिस की गाड़ी रात्रि गश्ती में थी। मौके पर पहुँच कर रुपया से भरा बैग को थाना लाया गया।
उसके अगले दिन पदाधिकारियों के समक्ष बैग के लॉक को तोड़ा गया। रुपए की गिनती हुयी तो बैग से एक करोड़ एकतीस लाख तेरह हजार दो सौ रुपया पाया गया। गाड़ी के कागजात जांच की गयी। उक्त गाड़ी जयकिशुन तिवारी के नाम निकली। जिसको लेकर हरसिद्धि थाना में भी प्राथमिकी दर्ज है।