मोतिहारी। चिरैया। अर्चना रंजन।
किसान मजदूर विकास मंच के बैनर तले शनिवार को प्रखंड के शिकारगंज चौक पर शुरू हुआ अनिश्चितकालीन आमरण अनशन दूसरे दिन आश्वासन के बाद समाप्त हो गया।
चिरैया विधायक एवं सिकरहना एसडीओ के समानजनक वार्ता के वाद समाप्त हो गया। बूढ़ी गंडक पर पुल निर्माण एवं सड़क के पक्कीकरण के लिए शनिवार से शिकारगंज चौक पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू हुआ था। जिसका नेतृत्व कर रहे चिरैया प्रखंड के राघोपुर गांव निवासी सह अधिवक्ता अखिलेश्वर यादव कर रहे थे। विधायक लालबाबू प्रसाद गुप्ता व सिकरहना एसडीएम ज्ञान प्रकाश के आश्वासन के बाद अनशन समाप्त करने की सहमति बनी। विधायक व एसडीओ ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया।
चिरैया प्रखंड के शिकारगंज थाना क्षेत्र के गोढिया गांव के सामने स्थित बूढी गंडक नदी पर वर्षों से पुल निर्माण एवं शिकारगंज चौक से परेवा, सेमरा होते हुए चिरैया को जोड़ने वाली पथ का पक्कीकरण कार्य को लेकर आमरण अनशन शनिवार से शुरू हुआ था। आमरण अनशन का नेतृत्व कर रहे चिरैया प्रखंड के राघोपुर गांव निवासी सह अधिवक्ता अखिलेश्वर यादव ने बताया कि उक्त नदी पर पुल का निर्माण एवं उक्त पथ का पक्कीकरण को लेकर वर्षों से अनुमंडल से लेकर जिला स्तर तक के पदाधिकारियों के पास दौड़ते-दौड़ते थक गए। इसके बाद अपनी वर्षो पुरानी मांगों को लेकर अंततः उन सभी को अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठना पड़ा था।
अखिलेश्वर यादव के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों भी आमरण अनशन पर बैठे हुए थे। आमरण अनशन सिकरहना अनुमंडल पदाधिकारी ज्ञानप्रकाश की अनुमति के बाद शुरू हुआ।
इधर अनशन की सूचना जैसे ही चिरैया के भाजपा विधायक लालबाबु प्रसाद गुप्ता को मिली। उन्होंने सिकरहना एसडीओ से मिल इस मुद्दे पर बातचीत की। फिर वे और सिकरहना एसडीओ ज्ञानप्रकाश के साथ अनशन स्थल शिकारगंज चौक पहुंचे। दोनों ने आमरण अनशन पर बैठे अधिवक्ता अखिलेश्वर यादव सहित अन्य अनशनकारियों से वार्ता की। चिरैया विधायक और सिकरहना एसडीओ ने बूढी गंडक नदी पर पुल बनवाने व शिकारगंज चौक से परेवा, सेमरा होते हुए चिरैया तक सड़क का पक्कीकरण कराने का आश्वासन दिया। समानजनक आश्वासन के बाद अनशनकारियों ने अपना अनशन समाप्त करने का निर्णय लिया।
फिर विधायक और एसडीओ ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन तोड़वाया। मौके पर अधिवक्ता अखिलेश्वर प्रसाद के साथ डॉ चंद्र भूषण कुमार, लखेन्द्र कुमार, सर्वजीत यादव, गया ठाकुर, रामबाबू सहनी, दरोगा सहनी, संजय कुमार सहनी, राजेश सहनी, रघुवीर पासवान, नंद लाल यादव व वकील सहनी आदि सहित कई गण्यमान्य व बुद्धिजीवी वर्ग के लोग मौजूद थे।