रक्सौल में आंदलोनकारी को विभिन्न संगठनों का मिलने लगा सहयोग, बढ़ा हौसला, मिलने को आए स्थानीय रेल पदाधिकारी
रक्सौल। अनिल कुमार।
स्वच्छ रक्सौल संगठन के बैनर तले शहर के विभिन्न समस्या को लेकर बीते सात दिनों से समाज सेवी रंजीत सिंह के द्वारा किये गए डेरा डाला घेरा डालो नारों के साथ धरना शुरू को विभिन्न संगठनों का समर्थन भी मिलने लगा है। अधिकारियों के द्वारा कोई ठोस समझौता नहीं किये जाने से क्षुब्ध होकर सोमवार से इसे आमरण अनशन में परिवर्तित कर दिया गया है। अब इनका एलान है कि या तो समझौता हो, नहीं तो श्मशान हो। इस बीच रेलवे के अधिकारियों ने आकर अनशन समाप्त करने का आग्रह किया। लकिन अनशनकारी नहीं माने। अनशन का नेतृत्व कर रहे समाज सेवी रंजीत सिंह को राजद नेता रवि मस्करा, ग्राम स्वराज व जनअधिकार पार्टी का भी समर्थन मिलने लगा है। जिससे आंदोलनकारियों का मनोबल व हौसला काफी बढ़ा है।
आमरण अनशन में बुधवार को तीसरे दिन विभिन्न संगठन के लोगो का समर्थन मिलने लगा है। आमरण अनशन पर बैठे रंजीत सिंह ने बताया कि जर्जर स्टेशन रोड व ओवर ब्रिज की समस्या को लेकर ये आमरण अनशन किया गया है। अब या तो समाधान हो, नहीं तो श्मशान हो।
सुबह के 11 बजे के आसपास रेलवे इएन मंटू कुमार, आईओडब्लू तपस राय, एसएस अनिल कुमार सिंह, आरपीएफ सब इन्स्पेक्टर ओपी ठाकुर सहित अन्य रेलवे अधिकारी आए। रंजीत सिंह से मिलकर रेल अधिकारियों ने अनशन समाप्त करने के लिए आग्रह किया। किंतु रंजीत सिंह अपने मांग पर अड़े रहे।
मौके पर ग्राम स्वराज के अध्यक्ष रमेश कुमार सिंह, राजद नेता रवि मस्करा, जन अधिकार पार्टी के मुस्तजाब आलम, पवन कुमार तिवारी, अजित सिंह, अनिला तिवारी, रामभुवन कुमार, हामिद आलम, हेडायत अंसारी, देवचन्द्र झा, राजकिशोर कुशवाहा, अन्नू कुमार, रविशंकर साह, रूपेश पाण्डेय,अजय चौरासिया व आनन्द कुमार चौबे सहित अन्य मौजूद थे।।