जब तक डीआरएम रक्सौल में अनशन स्थल पर नहीं आते, तबतक अड़े रहेंगे आंदोलनकारी- रंजीत सिंह
रक्सौल। अनिल कुमार।
रक्सौल के मेन रोड स्थित मुख्य पथ पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे रंजीत कुमार सिंह का कहना है कि जबतक शहर की दो समस्याओं के समाधान के लिए रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से आंदोलन कारियों से बातचीत नहीं हो जाती तब वे अनशन को नहीं छोड़ेंगे। चाहे इसके लिए इनकी जान तक चली जाए।
डेरा डाला घेरा डालो के तहत रंजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में शहर की समस्याओं के समाधान के लिए बीते 15 नवम्बर से अनशन पर बैठे हैं। आज एसडीओ अमित कुमार व डीएसपी संजय कुमार झा के आश्वसन पर भी आंदोलनकारी नहीं माने। इनका कहना था कि रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से इनकी बातचीत कराई जाए। ये स्टेशन रोड व ओवर ब्रिज की मांग पर अड़े हैं। इनका कहना है कि देशभर में ग्रीन, क्लीन व स्मार्ट सिटी बन रही है। तो अंतरराष्ट्रीय महत्व का शहर रक्सौल इतना उपेक्षित क्यों? बताया कि डीआरएम के अनशन स्थल पर अाने तक बैठे रहेंगे।
दो मुख्य समस्या स्टेशन रोड की जर्जर स्थिति व रेल ओवर ब्रिज निर्माण को लेकर शहर दर्जनों लोग 15 नवम्बर से मुख्य पथ पर अनिश्चितकालीन अनशन पर है। सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत कुमार सिंह की नेतृत्व मे बैठे लोग घेरा डालो डेरा डालो के तहत आन्दोलन पर बैठे है। एसडीओ अमित कुमार व डीएसपी संजय कुमार झा मंगलवार की सुबह बारह बजे अनशन स्थल पहुंचे। आन्दोलनकारियो के समस्याओं के समाधान के लिए रेलवे के वरीय अधिकारियों से बातचीत करने का आश्वासन दिया। लेकिन आंदोलनकारी नही माने। अपने आंदोलन को जारी रखने का निर्णय लिया। एसडीओ ने अनशन स्थल से रेलवे के कुछ वरीय अधिकारियों से बात कर इन लोगों को अवगत कराया। कहा कि दोनों समस्याएं स्थानीय विधायक व सांसद की नजर मे है। इसे जल्द समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।
रेलवे अगर एनओसी हमे दे देता है तो हम आरडब्ल्यूडी से सड़क का निर्माण करा देंगे। लेकिन रंजीत सिंह ने कहा कि वे अनशन स्थल पर मर जाएंगे। इस बार शासन-प्रशासन से आरपार की लड़ाई है। पिछली बार मै इन समस्याओ को लेकर अनशन पर बैठा था लेकिन रेलवे व स्थानीय प्रशासन के आश्वासन के बाद मैंने अपना अनशन समाप्त कर दिया था। ओवरब्रिज निर्माण करने की बात तो दूर स्टेशन सड़क को मोटरेबल नहीं बनाया जा सका। दो-चार ट्रैक्टर ईंट के टुकड़े गिराकर कार्य को कागज मे खानापूर्ति कर दी गई। एसडीओ व डीएसपी की बातों को आन्दोलनकारी नहीं माने। उन लोगों का कहना है कि वे डीआरएम के आने तक अनशन पर बैठे रहेंगे। अगर डीआरएम हमलोगों की समस्याओं का समाधान करें। अन्यथा अनशन पर बैठे रहेंगे।
मौके पर अनिला तिवारी, मुस्तजाब आलम, नासिक आलम, पवन कुमार तिवारी, धीरज कुमार सिंह, मो हामिद, मोहन दास, रोहित कुमार, अफरोज आलम, राजन कुमार कुशवाहा व रूपेश पाण्डेय सहित अन्य लोग मौजूद है।