मोतिहारी। पीपराकोठी। माला सिन्हा।
बिहार के पूर्वी चम्पारण में राजमार्ग 28 के कोटवा से चकिया तक कई ऐसे लाइन होटल है जहाँ खाना परोसने का धंधा कम और वहां डीजल, पेट्रोल, कच्चा स्प्रिट तथा गैस रिफलिंग का धंधा ज्यादा हुआ करता है। यहाँ तक कि ट्रक से लदे खाद्यान्न भी उतारा जाता है। हालांकि इस धंधे में अक्सर हादसे भी हुआ करते हैं। वावजूद इससे इस धंधे पर विराम लगने के बजाय और ज्यादा विस्तारित ही हो रहा है।
सूत्रों पर यकीन करें तो क्षेत्र के कुछ ऐसे लोग हैं जिनके द्वारा टैंकरों के चालकों को अपने मेल में लेकर प्रतिदिन डीजल पेट्रोल, कच्चा स्प्रिट काटने व गैस टैंकर से रिफलिंग किया जाता है। इसके बदले में चालकों को कुछ ही राशि दी जाती है। जानकारों के अनुसार इस कारोबार में जुड़े लोग की पैठ प्रशासन से लेकर राजनेताओं तक है। जिसके बलबूते पर बेरोकटोक इस अवैध कारोबार को संचालित करते हैं।
बताया जाता है कि गैस के टैंकर से रसोई गैस सिलेंडर में रिफिलिंग कर पिकअप व टेम्पो के सहारे पीपराकोठी, पीपरा व मोतिहारी के गैस कारोबारियों के साथ होटलों में कम कीमत पर सप्लाई की जाती है। उधर कच्चे स्प्रिट को टैंकर से काटकर शराब के खुदरा व्यवसायी को होम डिलीवरी की जाती है। जबकि डीजल और पेट्रोल को भी खुदरा बेचने वाले व्यवसायी को आपूर्ति की जाती है। इस खेल में प्रशासन भी सब कुछ जानते हुए मौन है।
कल हुए सिलेंडर विष्फोट के संबंध में थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार रंजन ने कहा कि अग्निशमन विभाग के अधिकारियों की टीम पहुंची हुई है। उनके द्वारा दिया प्रतिवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
गैस रिफलिंग में पूर्व में भी हो चुकी है हादसा
पीपराकोठी : गैस के रिफलिंग के कारण उसी जगह पर पूर्व में सिलेंडर बर्स्ट होने के कारण एक व्यक्ति की मौत और दूसरे लोग जख्मी हो गए थे। पहले की घटना से कारोबारी नहीं चेत सके और अपने कारोबार को और विस्तारित कर लिया। नतीजन रविवार की रात एक साथ आधे दर्जन गैस सिलेंडर के फटने के साथ आगजनी की घटना घटी है। हालांकि इस घटना से आसपड़ोस के लोगों में काफी आक्रोश है, और आक्रोश होना भी स्वभाविक है। चूंकि महज संयोग ही कहेंगे कि सिलेंडर की आग से टैंकर में आग नही लगी। नहीं तो क्षेत्र में बहुत बड़ी घटना होने से इनकार नही किया जा सकता है। घटना स्थल व उसके आसपास घनी आबादी है और सभी लोग उसके प्रकोप में आ जाते।
गैस रिफलिंग पर प्रशासन का लगाम नहीं
पीपराकोठी : थाना क्षेत्र के वाटगंज, पीपराकोठी, जीवधारा, मठबनवारी आदि चौक चौराहों व बाजारों में अवैध गैस के कारोबारियो द्वारा खुलेआम गैस रिफलिंग कर खुदरा गैस बिक्री का धंधा किया जा रहा है. इन कारोबारियों को न प्रशासन का डर है और ना ही किसी अप्रिय घटना का डर है. वे खुलेआम अपने व्यवसाय को चला रहे हैं. खासकर जीवधारा बाजार के अति व्यस्त गली व घनी आबादी वाले गली नम्बर एक, दो तथा तीन में दर्जनों व्यवसायियों द्वारा गैस रिफलिंग का काम दिया जाता है. अगर इसी तरह से यह धंधा चलता रहे तो छपवा वाली घटना घटने से इनकार नहीं किया जा सकता है. जानकर सूत्र बताते हैं कि इस कारोबारी का संबंध टैंकर से सिलेंडर में गैस रिफलिंग करने वाले कारोबारी से लेकर कई गैस एजेंसी के मालिक से है. जिनके यहाँ टेंपो व पिकअप से पहुंचाया जाता है. इस संबंध में थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार रंजन ने कहा कि ऐसे कारोबारियों के विरुद्ध छापेमारी की जाएगी और पकड़े जाने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.