पीपराकोठी के केविके में हुआ रबी महोत्सव, किसानों की दुगुनी आमदनी के लिए सरकार तत्पर
मोतिहारी। पीपराकोठी। माला सिन्हा।
सरकार का संकल्प है कि किसानों की माली हालत सुधरे। इसके लिए सरकार ने कृषि रोड मैप तैयार किया है। इसको धरातल पर आसानी से उतारने के लिए सूबे में कृषि सलाहकारों की नियुक्ति की। इसलिए सेवा और समर्पण की भावना से कार्य करते हुए किसानों की आय दुगुनी करने की दिशा में पहल करें। हमारा देश कृषि प्रधान देश है और हमारे भरोशे देश के 80 फीसदी किसानों का भविष्य जुड़ा है। अगर इसमे किसी प्रकार की कोताही बरती जाती है, तो कोताही बरतने वाले को किसी भी परिस्थिति में क्षमा नहीं मिल सकती है। उक्त बातें स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में शुक्रवार को जिला स्तरीय रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने कही। वे जिले भर से आये किसानों को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम का उद्घाटन पर्यटन मंत्री श्री कुमार, निदेशक आत्मा रणवीर सिंह, सहायक निदेशक उद्यान डॉ श्रीकांत, डीएओ डॉ ओमकार नाथ सिंह, संयुक्त निदेशक आदित्य नारायण राय, केविके के कार्यक्रम समन्यवक डॉ केके झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएओ डॉ ओमकार नाथ सिंह ने किया। आगे पर्यटन मंत्री श्री कुमार ने कहा कि कृषि सलाहकार व कृषि रोड मैप को सबसे पहले नीतीश कुमार व सुशील मोदी ने बिहार में लागू किया और आज पूरा देश उसका अनुकरण कर रहा है।
मंत्री ने कहा कि किसानों की आमदनी कैसे दुगुनी हो इसके लिए सरकार ने बेहतर कदम उठा रही है। उन्होंने सभी कृषि विभाग के अधिकारियों को घर-घर जाकर सूची तैयार कर उनकी भूमि के अनुरूप उचित परामर्श देने की सलाह दी। डीएओ ओंकारनाथ सिंह ने बताया कि वित्तीय वर्ष 18-19 के रबी की खेती के लिए निर्धारित आच्छादन लक्ष्यों में गेहूं एक लाख 18 हजार हेक्टेयर, मक्का बीस हजार एक सौ, राई-सरसों 3790, तीसी 2270, मसूर आठ हजार पांच सौ व मटर आठ सौ हेक्टेयर शामिल है।
पदाधिकारियों को आगाह किया कि उक्त लक्ष्य हरहाल में पूरा करना है। प्रति डेमो अनुदानित दर के बारे में बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत गेहूं के छह सौ एकड़ लक्ष्य में 2400 रुपये, मसूर के 1099 एकड़ लक्ष्य के लिए 3600 रुपये, मटर के 85 एकड़ के लिए 3600 रुपये अधिकतम अनुदानित दर होगा। बताया कि मुख्यमंत्री तीब्र बीज विस्तार योजना अंतर्गत जिले के सभी प्रखंडों के 2620 किसानों के बीच 524 गेहूं व 104.8 क्विंटल मसूर का बीज वितरित किया जायेगा। मौके पर केविके प्रमुख डॉ केके झा, वैज्ञानिक डॉ अरविंद कुमार सिंह, डॉ वर्मन, दुर्गा सिंह, ललन शुक्ला, परमानंद पांडेय, सुशील सिंह, बीडीओ मनोज पासवान, सहित सैकड़ों कृषि विभाग के अधिकारी व किसान मौजूद थे.