मोतिहारी। सुधांशु कुमार मनीष। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
अपनी आठ सूत्री मांगों के समर्थन में परिवर्तनकरी शिक्षक महासंघ जिला व प्रखण्ड इकाई के शिक्षकों ने सोमवार को स्थापना डीपीओ के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षकों ने बंगला मध्यविद्यालय में एकत्रित होकर आक्रोश मार्च निकालते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां यह अक्रोशमार्च सभा मे तब्दील हुआ।
सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष श्री राय ने कहा कि स्थापना डीपीओ के कड़ियल व कर्तव्यहीन रवैये के कारण जिले के शिक्षक भुखमरी के कगार पर पहंुच गए हैं। कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। एरियर में कर्मचारी अवैध वसूली पर ध्यान दे रहे हैं। परंतु पर्व के अवसर पर शिक्षकों के बकाये वेतन भुगतान कराने में डीपीओ एवं डीईओ पूर्वी चंपारण उदासीन बने हुए है। बार बार स्मार पत्र देने के बावजूद मांग पूरी न होते देख जिले के शिक्षकों को धरना प्रदर्शन पर उतारू होना पड़ता है।
प्रदर्शन पर आए शिक्षकों एवं उनके प्रतिनिधियों से वार्ता करने, उनके निदान पर ध्यान देने की बजाय कार्यालय बंद करके चले जाते हैं। इससे जाहिर होता है कि डीईओ एवं डीपीओ मोतिहारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नहीं करके तानाशाही रवैया पर उतारू हैं। इसको लेकर जिले के शिक्षक काफी नाराज तो है ही वेतन के अभाव में पर्व के अवसर पर भी शिक्षकों के परिवार के समकक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।
केसरिया प्रखंड अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने कहा कि यदि स्थापना डीपीओ अपनी कड़ियल व कर्तव्यहीन रवैये में सुधार नहीं किए व दुर्गापूजा के पहले शिक्षकों के लंबित बेतन का भुगतान नहीं हुआ तो जिले के तमाम शिक्षक सड़क से सदन तक आंदोलन करेंगे।
मुख्यवक्ताओं में प्रदेश सचिव जयप्रकाश नारायण यादव, प्रकाश चंद्र, शत्रुघ्न कुमार, ब्रजकिशोर प्रसाद, दुर्गा पासवान, अरुण कुमार मिश्र, मदनमोहन नाथ तिवारी, अनिल कुमार, मो. शमसाद, बदरउज्जमा, राजन जायसवाल, मिंटू कुमार मिश्र, राकेश कुमार तिवारी, नीलमणि सुमन, दीपक कुमार सिंह, प्रमोद कुमार यादव, शशिशेखर, कमलेश कुमार, रमेश कुमार यादव, मंनोज कुमार, रविशंकर प्रसाद, रणधीर कुमार, वीणा देवी, कुमारी शोभा शर्मा व धीरेन्द्र कुमार अकेला आदि शामिल थे।
मौके पर सुरेंद्र प्रसाद यादव, राजेश कुमार, रामबाबू पासवान, ओमप्रकाश कुमार, अमरेश कुमार, कन्हैया बैठा, सुरेश प्रसाद, दिनकर पासवान, रूपनारायण, रजनीश मिश्रा व नागेंद्र राम समेत सैकड़ो शिक्षक उपस्थित थे।