बैठक में चिरैया बीडीओ की अनुपस्थिति से पंसस हुए आक्रोशित, पास किए निंदा प्रस्ताव, लिखा प्रधान सचिव को पत्र
मोतिहारी। चिरैया। अर्चना रंजन।
चिरैया प्रखंड कार्यालय के प्रांगण में स्थित ई-किसान भवन में 11 बजे से प्रस्तावित पंचायत समिति की बैठक बीडीओ सीमा कुमारी के अनुपस्थिति के कारण नहीं हो सकी। बैठक नहीं होने से आक्रोशित पंचायत समिति सदस्यों ने बीडीओ के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। बीडीओ पर जनप्रतिनिधियों को अहमियत नहीं देने और कार्य के प्रति उदासीनता का आरोप लगाते हुए पंसस ने बीडीओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया। फिर बीडीओ के विरूद्ध प्रधान सचिव से लेकर डीएम व डीडीसी को प्रत्र लिखा गया। यह भी फैसला लिया गया कि तीन दिनों के भीतर बैठक नहीं हुई तो प्रखंड कार्यालया में तालाबंदी कर उग्र पदर्शन किया जाएगा।
घंटों इंतजार के बाद नहीं पहुंच सकीं बीडीओ-
बीडीओ ने प्रखंड प्रमुख के पत्र के आलोक में अपने कार्यालय के ज्ञापांक 824 दिनांक 25 अगस्त 18 के द्वारा पंचायत समिति की बैठक आहूत की थी। जिसमें सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य, जिला पार्षद आदि सहित प्रखंडाधिन सभी पंचायतों के पंचायत समिति सदस्यों, मुखिया व सभी विभागों के पदाधिकारियों को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। सभी आमंत्रित जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी तो बैठक में पहुंच गए। लेकिन घण्टों इंतजार के बाद बीडीओ सह कार्यपालक पदाधिकारी की बैठक में नहीं पहुंच सकीं। बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधि आग बबूला हो गए और बीडीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
तीन दिनों के अंदर बैठक नहीं हुई तो प्रखंड कार्यालय में होगी तालाबंदी-
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने बताया कि पिछली बार 23 अगस्त को पंसस की आहूत बैठक में बीडीओ की गड़बड़ी के कारण ही बैठक कोरम के आभव में स्थगित हो चुकी है। इस बार भी बीडीओ ने बैठक रख बिना किसी सूचना के खुद अनुपस्थित हो गईं। जिसका नतीजा यह हुआ कि कार्यवाही नहीं हो सकी। प्रमुख मीना देवी, उप प्रमुख मालती जायसवाल सहित सभी पंसस व अन्य जनप्रतिनिधियों ने बीडीओ सीमा कुमारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया। साथ हीं तीन दिनों के अंदर अगर बीडीओ के द्वारा बैठक नहीं कि गई तो प्रखंड कार्यालय में तालाबंदी कर उग्र प्रदर्श सहित आमरण अनशन तक करने की चेतावनी दी।
बीडीओ पर लगया उदासीनता का आरोप-
वहीं इसकी प्रति प्रधान सचिव, ग्रामीण विकास विभाग, पटना, प्रधान सचिव पंचायती राज विभाग, जिलाधिकारी, डीडीसी आदि को दिया है। जनप्रतिनिधियों ने बीडीओ के विरुद्ध कार्य के प्रति लापरवाही व उदासीनता बरतने का आरोप लगाया। साथ हीं प्रखंड के विकास के प्रति संवेदनशील नहीं होने का भी आरोप लगाया। वहीं जनप्रतिनिधियों की कोई अहमियत नहीं देने की भी बात कही। सभी ने बीडीओ द्वारा पंचायत के जनप्रतिनिधियों की अहमियत नहीं देना और अपनी मनमानी करना यह जनप्रतिनिधियों के लिए घोर अपमान का विषय बताया।
बैठक में भाग लेने वालों में प्रखंड प्रमुख मीना देवी, उप प्रमुख मालती जायसवाल, सीओ सचिंद्र कुमार, मनरेगा पीओ बालेश्वर प्रसाद, पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नागेंद्र कुमार, सांसद प्रतिनिधि श्रीभगवान साह, विधायक प्रतिनिधि संजय प्रसाद, विधान पार्षद प्रतिनिधि व पूर्व प्रखंड प्रमुख उमाशंकर प्रसाद यादव, पूर्व मुखिया व विधान पार्षद प्रतिनिधि राकेश कुमार, मुखिया इनरमन प्रसाद यादव, रामशंकर सहनी, शिवनारायण राम, रामचंद्र सहनी, बंका सिंह, धर्मेंद्र सिंह, शंकर ठाकुर, श्री प्रसाद, लक्ष्मी प्रसाद यादव, पन्ना देवी, अंजनी देवी, अमृता निषाद, निरंजन देवी, उषा देवी, कविता दास, मिथिलेश देवी, आबदा वेगम, कलावती देवी, मुखिया परमहंस भगत, मुजीबुर्रहमान, भोला पासवान, उपेंद्र पासवान, कौशल किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह, मंसूर अहमद आदि सहित सभी पंसस व मुखिया तथा प्रखंड के सभी विभागों के पदाधिकारिगण मौजूद थे।