मजबूत हो रहा खुफिया तंत्र ! पहली बार किया नकली नोटों का धंधा, 1 लाख फेक इंडियन करेंसी के साथ रक्सौल में गिरफ्तार
रक्सौल। अनिल कुमार। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
तो क्या भारत का खुफिया तंत्र मजबूत हो रहा है। रक्सौल में एक लाख के भारतीय नकली करेंसी के साथ धंधेबाज को एसएबी ने दबोचा है। दबोचे गये युवक ने यह स्वीकार किया है कि उसने पहली बार नकली नोटों का काराेबार में उतरा था और पकड़ लिया गया।
भारत-नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा के लिए रक्सौल में तैनात एसएसबी की 47 वीं बटालियन के जवानों ने पर 94 हजार रुपये जाली नोट बरामद किया है। साथ ही उत्तर प्रदेश यूपी के एक कारोबारी को भी दबोचा है। उसे ख़ुफ़िया सूचना पर गुरुवार को रक्सौल के कस्टम एरिया में तब दबोचा गया। जब वह चोरी छुपे नेपाल से आ रहा था। इसकी पुष्टि एसएसबी के द्वितीय सेना नायक सत्यव्रत शर्मा ने गुरुवार दी।
यह अभियान पटना फ्रंटियर आईजी संजय सिंह के निर्देश पर चलाया गया था। जिसमे सफलता मिली। पकड़े गया धंधेबाज उत्तर प्रदेश के इलाहबाद निवासी गोकुल प्रसाद केशरवानी के पुत्र रामबाबू केशरवानी का उम्र 3२ वर्ष है। उसके पास से कुल 94 हजार के जाली करेंसी के अलावे एक हजार रुपये असली नोट थे।
पुलिस ने उसके पास से पांच-पांच सौ के दो असली नोट के साथ दो मोबाइल, आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस आदि बरामद किया है।ड्राइविंग लाइसेंस मुम्बई का बना है।उन्होंने बताया कि यह धंधेबाज नेपाल के बीरगंज के वीर्ता से उक्त नोट ले कर आ रहा था।उन्होंने कहा कि बरामद जाली नोट उच्च गुणवता के पाए गए हैं।जिसे आम लोग सीधे सीधे नहीं पकड़ सकते। नोट में प्रोमिस थ्रेड भी लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि कई नोट के एक ही सीरिज के हैं। उन्होंने बताया कि रामबाबू मुम्बई में 15 वर्षों तक रह चुका है। वहां वह कपड़ा कारोबार से जुड़ा था। वह फोटोग्राफर और ड्रामा से भी जुड़ा था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार युवक पहले भी जाली नोट तस्करी की कोशिश की थी। पर सफल नहीं हुआ था। पहली ही खेप लाते वह पकड़ा गया है। वह जाली रुपये इलाहबाद में सप्लाई देने की योजना में थी।
फिल्हाल गिरफ्तार युवक से पूछताछ की जा रही है। मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर भी जाँच की जा रही है। प्रेस कांफ्रेंस में डिप्टी कमांडेंट एआर कच्छप, सहायक कमांडेंट राजकुमार कुमावत व सब इंस्पेक्टर अंकित बिजलनवाईक आदि उपस्थित थे। बता दे कि जाली नोट तस्करी के पीछे पाकिस्तान व आइएसआई की भूमिका किसी से छुपी नहीं है। आईबी के द्वारा इस मामले में जाँच के बाद कई खुलासे की सम्भावना है। उसने कई नाम का खुलासा भी किया है।