रक्सौल। अनिल कुमार। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
सीआरएस इस्टर्न जोंन कोलकता प्रमोद कुमार आचार्य व डिप्टी सीआरएस दीपांकर बनर्जी ने अधिकारियों के साथ रक्सौल-नरकटियागंज रेलखंड पर स्पेशल ट्रेन से निरीक्षण के बाद स्पीड ट्रायल किया। आमान परिवर्तन कार्य पूरा होने के उपरान्त परिचालन को लेकर ट्राली से भी निरीक्षण करना था। लेकिन किसी कारणवश नही हुआ। पीछे से एक ट्राली को रवाना किया गया।
सुबह आठ बजे नरकटियागंज के लिए रवाना होना था। लेकिन वे अधिकारियो के साथ 9:35 मिनट पर स्पेशल ट्रेन से रवाना हुए। 42 किलोमीटर की दूरी वाले इस रेलखंड पर निरीक्षण के दौरान रूक-रूककर निर्माण कार्य की बारीकी को देखा। इनकी नजर पुलों के निर्माण पर रही। बताया जाता है कि सीआरएस ट्रेन से उतरकर विभिन्न कार्यो को देखते रहे। निरीक्षण से सबसे अधिक बेचैनी संबंधित अधिकारियो मे देखी गई। सीआरएस निरीक्षण करते नरकटियागंज पहुंचे।
एक घंटे के अंतराल के बाद इसी स्पेशल ट्रेन से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से स्पीड ट्रायल करते रक्सौल 110 में पहुंचे। प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि निरीक्षण की रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी। हालांकि उन्होंने ट्रेन परिचालन के संबंध मे कुछ भी बताने से इंकार किया। बस इतना कहा कि सब कुछ ठीक है। निरीक्षण के पूर्व उन्होंने पैनल पहुंचकर रक्सौल नरकटियागंज रेलखंड के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। बता दे कि इस रेलखंड पर आमान परिवर्तन कार्य को लेकर बीते एक अप्रैल 2014 को मेगा ब्लॉक लिया गया था। इस कार्य को चौदह माह मे पूरा करने की योजना थी। बावजूद अभी तक ट्रेन परिचालन शुरू नहीं हो सका है। क्षेत्र के लोगों की निगाहें ट्रेन परिचालन पर टिकी है। देखना है कि सीआरएस का निरीक्षण का क्या असर पड़ता है। यह तो भविष्य बताएगा। मौके पर डीआरएम आरके जैन, चीफ इंजीनियर एके राय, चीफ इंजीनियर पुल निर्माण बीएस चितौडिया, आरपीएफ कमांडेंट वीपी पंडित, सीनियर डीईएन, मंडल रेल परिचालन, डिप्टी चीफ इंजीनियर पीआर सिंह,पीडब्ल्यूआई निर्माण कार्य बीएन चौबे,स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार सिंह, आरपीएफ इंस्पेक्टर राजकुमार सहित सभी विभागों के वरीय व कनीय अधिकारी मौजूद थे।
रक्सौल- नरकटियागंज रेलखंड एक नजर।
- रक्सौल से नरकटियागंज की दूरी- 42 किलोमीटर
- बड़े पुल- 22
- छोटे पुल- 31
- स्टेशन- चार (भेलाही, सिकटा, मरजदवा व गोखुला)
-हालट- दो (कंगली व पुरूषोततमपुर)