मोतिहारी के तुरकौलिया में पुलिस रेड के दौरान पूर्व मुखिया की मौत, बवाल, गांव में कर रही पुलिस कैंप
मोतिहारी। तुरकौलिया। आशा कुमारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
मोतिहारी के तुरकौलिया में पुलिस रेड के दौरान पूर्व मुखिया की मौत, बवाल, गांव में कर रही पुलिस कैंप
मोतिहारी। तुरकौलिया। आशा कुमारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
पूर्वी चम्पारण में तुरकौलिया के सेमरा गांव में पुलिस रेड के दौरान शनिवार को पूर्व मुखिया मोख्तार आलम उर्फ मुन्ना की मौत हो गई। परिजन ने पुलिस पर पिट-पिटकर हत्या का आरोप लगया है। हत्या के बाद सैकड़ो ग्रामीणों ने शव के साथ थाने पर हंगामा किया।
मिली खबर के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि सेमरा गांव के फुलवारी में चार-पांच लोग शराब पीकर जुआ खेल रहे हैं। पुलिस रेड करने गई तब जुआ खेल रहे लोग भाग गए। पुलिस का कहना है कि पूर्व मुखिया की इसी दौरान मौत हो गई। परिजन का कहना है कि पुलिस पिटाई से पूर्व मुखिया की मौत हो गई। जबकि छापेमारी दल की पुलिस का कहना है कि आरोप बेबुनियाद है। भागने के क्रम में गिरने से पूर्व मुखिया की मौत हुई है।
हंगामें की सूचना पर डीएम एसपी पहुंचे तुरकौलिया-
मौत की खबर गांव में फैलते ही मृतक मुखिया के परिजन ने पुलिस पिटाई से मौत का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। स्थिति को नाजूक देख जिले से भारी संख्या में पुलिस बल के साथ जिले के डीएम रमन कुमार व एसपी उपेन्द्र शर्मा घटनास्थल पर पहुंच गए। परिजन का कहना है कि खेत में मजदूर काम कर रहे थे और मुखिया फुलवारी में ही बैठकर मुजदूरों की निगरानी कर रहे थे। पूर्व मुखिया की मौत का मामला संदिग्ध बना हुआ है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा। पोस्टमॉर्ट के बाद पुलिस ने शव को परिजन के हवाले कर दिया है। एहतियातन गांव में जिले के प्रशासनिक पदाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी कई थानों की पुलिस के साथ गांव में कैंप कर रहे हैं।
परिजन का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से हुई मौत-
मृतक मुखिया के छोटे भाई अनवर आलम अंसारी ने पुलिस को लिखित आवेदन देकर पुलिस गश्ती दल पर आरोप लगाया कि इनकी पिटाई से उनके भाई की मौत हो गई। उन्होंने बताया है कि उनके भाई पूर्व मुखिया आज दोपहर करीब सवा दो बजे खेत में मजदूरों से काम करा रहे थे। धूप के कारण बगल के ही बांस की छांव में बैठे थे। तभी एक-एक पुलिस का दल पहुंचा। वहां देखा कि कुछ लोग भाग रहे हैं। तुरकौलिया थाना के पुलिस पदाधिकारी व स्टाफ मिलकर उनके भाई को पटक दिया। सभी ने मिलकर उनकी बुरी तरह पिटाई की। खेत में काम कर रहे मजदूरों ने गांव में जाकर पुलिस की पिटाई बात बताई। जब गांव के लोग वपरिजन पहुंचे तब देखा कि पूर्व मुखिया मृत पड़े हैं।
एसपी ने किया दारोगा सहित 9 को तत्काल निलंबित-
एसपी उपेन्द्र कुमार ने बताया है कि शंका के आधार पर रेड में शामिल दारोगा सहित 9 को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद हत्या की बात सच होने पर उन्हें नामजद अभियुक्त भी बनाया जाएगा। तुरकौलिया थाना के दारोगा राजेश कुमार, हवलदार अर्जुन राय, बीएमपी जवान सुधीर कुमार, चितरंजन कुमार, संजीव कुमार, बिहार पुलिस के जवान अवधेश कुमार, पवन कुमार, पप्पू कुमार व चालक दीपक कुमार को निलंबित किया गया है।
पुलिस टीम ने बताया आरोप बेबुनियाद-
इस रेड में शामिल पुलिस ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि फुलवारी में कुछ लोग शराब पीकर जुआ खेल रहे हैं। सूचना पर रेड की गई। जिसमें सभी भागने लगे। पूर्व मुखिया भी भागने लगे। भागने के दौरान गर्मी के कारण चक्कर आ गया और गिर पड़े। ग्रामीणों ने उन्हें तत्काल तुरकौलिया के चिकित्सक डॉ एचएल सिंह के यहां भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
वीडिग्राफी के बीच मेडिकल टीम ने किया पोस्टमॉर्टम-
जिला प्रशासन ने मेडिकल टीम गठित कर वीडिओग्राफी के बीच दण्डाधिकारी की निगरानी में पूर्व मुखिया का पोस्टमाॅर्टम कराया ताकि कोई चूक न रह जाए। टीम में डीए डॉ मनाेज कुमार, डॉ गगन देव व डॉ केपी सिंह शामिल थे। वहीं पदाधिकारी मनोज कुमार दण्डाधिकारी के रूप में मौजूद रहें।