मोतिहारी सेन्ट्रल जेल के विचाराधीन कैदी की मौत के बाद सदर अस्पताल चौक पर परिजन ने काटा बवाल
मोतिहारी। सदर अस्पताल चौक से अरविन्द सिंह की रिपोर्ट।
सेंट्रल जेल मोतिहारी में बंद विचाराधीन कैदी सुरेन्द्र साह की बुधवार को इलाज के दौरान मौत के बाद परिजन ने जमकर हगांमा किया। मृतक सुरेन्द्र साह के आक्रोशित परिजन ने सदर अस्पताल के सामने चौक पर डेड बॉडी रखकर सड़क को जाम कर दिया। इस दौरान कई वाहनों पर हमाला भी किए गये। जिससे गाड़ियां आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई। सुरेन्द्र साह पीपराकोठी थाना के सूर्यपुर गांव निवासी रामेश्वर साह के पुत्र थे। उन्हें शराब के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। परिजन का कहना था कि सुरेन्द्र की मौत उत्पाद विभाग के लोगों की पिटाई से हुई है। परिजन सुरेन्द्र के डेड बॉडी पर जख्मों के निशान को दिखा रहे थे। सूचना पर नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर आनंद कुमार व अस्पताल कैम्प प्रभारी भरत राय दल-बल के साथ पहुंचकर स्थिति को संभाला। परिजन मौत की जांच की मांग कर रहे थे। इंस्पेक्टर श्री कुमार के निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद परिजन शांत हुए और जाम को हटाया।
16 जून को उत्पाद विभाग ने शराब के साथ सुरेन्द्र को किया था गिरफ्तार-
बीते 16 जून को उत्पाद विभाग ने शराब के साथ सुरेन्द्र साह को गिरफ्तार किया था। पीपराकोठी के सूर्यपुर गांव में चाय नाश्ता की दुकान से सुरेन्द्र साह को शराब के साथ उत्पाद विभाग की टीम ने पकड़ा था। एक दिन बाद यानी 17 जून को उत्पाद विभाग ने उसे सेन्ट्रल जेल भेज दिया।
मृतक की विधवा रेणु देवी ने उत्पाद विभाग पर लगाया पिटाई का आरोप-
17 जून को जेल जाने के तीसरे दिन ही कैदी सुरेन्द्र की मौत पर उनके परिजन ने कई सवाल उठाए हैं। उनके डेड बॉडी पर जख्मों के निशान दिखाकर उनकी विधवा रेणु देवी ने बताया कि उत्पाद विभाग के लोगों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि उसे छोड़ने के लिए विभाग के लोग एक लाख रुपये मांग रहे थे। इंकार करने पर उनकी पिटाई की गई। घर से खाना लाकर हाजत में देने पर उत्पाद विभाग के लोगों ने खाना को फेंक दिया।
आक्रोशित लोगों को समझाते नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर आनंद कुमार। फोटो- देशवाणी।
जेल प्रशासन ने आज ही दी थी तबीयत खराब की सूचना-
जेल प्रशासन ने 20 मार्च को सुरेन्द्र साह की पत्नी रेणु देवी को कार्यालय उपाधीक्षक केन्द्रीय कारा, मोतिहारी के ज्ञापांक 2553 द्वारा सूचना दी गई कि उनके पति की तबीयत खराब है। उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आनन-फानन में जब परिजन सदर अस्पताल आए तो सुरेन्द्र मृत पाए गये। उन्हे मृत व उनके शरीर पर जख्मों के निशान पाकर परिजन आग-बबूला हो गये। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी मौत जेल में ही हो गई थी। मरने के बाद ही उन्हे सदर अस्पताल लाया गया।