मोतिहारी
सुगौली में दलितों पर अत्याचार करने वालों को संरक्षण दे रही पुलिस : रामाश्रय
By Deshwani | Publish Date: 16/6/2018 7:48:35 PMसुगौली में पीड़ित परिवारों का हाल जानते पूर्व विधायक रामाश्रय सिंह। फोटो- देशवाणी।
मजदूरों में आतंक पैदा करने के नीयत से व्यवसायियों ने की अमानवीय हरकत
मोतिहारी। सुगौली। शिवेश झा।
महादलित बाल मजदूर को पेड़ से उलटा टांग कर पीटने वाले लोग राजनीति, पैसा और सामाजिक क्षेत्रों में अत्यंत शक्तिशाली है। जिससे इनके व्यवसाय में लगे मजदूरों में आतंक पैदा हो सके। इसके लिए झूठे आरोप लगा गरीब बाल मजदूर पर अपनी हैवानियत दिखाई गई है। उक्त बातें पूर्व विधायक रामाश्रय सिंह ने शनिवार को छपवा में हुए बाल मजदूर की निर्मम पिटाई मामले में पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद कही। यहां बता दे कि सुगौली में बाल मजदूर को पेड़ में लटकाकर पिटाई की गई। निर्ममता की हद तक उसे सताया गया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया द्वारा पूरे देश में वारयल भी हुआ है।
पूर्व विधायक ने कहा- एफआईआर की बजाय पुलिस ने घायल मजदूर को थाना से भगाने का काम किया
उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस भी इनके प्रभाव में है। जिससे इन पुलिस अधिकारियों के रहते दलित परिवारों को न्याय मिलना संभव नही है। इस पूरे घटना में पुलिस ने उल्टे साक्ष्य को नष्ट करने में अभियुक्तों की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि सुगौली के बीते पैतालीस पचास वर्षों के भीतर इस तरह की यह पहली घटना है। घटना की सूचना पर जानबूझ कर करीब दो घण्टे देर से पहुंची। पुलिस ने स्वयं बाल मजदूर के पैर से रस्सी खोली। बावजूद इसके कार्रवाई के बदले आरोपियों की मदद करने के लिए थाना पर से बुरी तरह से घायल हुए बच्चे को उचित इलाज कराने की बजाए थाना पर से डराकर भगाने का काम किया। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने थानाध्यक्ष को अविलंब निलंबित करने की मांग की। इसके लिए माकपा चरणबद्ध आंदोलन करेगी। इस दौरान माकपा के अंचल पदाधिकारियों में ललन चौधरी, देवनारायण ठाकुर, शंभुशरण यादव,विजय प्रसाद आदि मौजूद थे।