मोतिहारी में निकली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, विदेशी महिला हिन्दू श्रधालुओं को देख लोग हुए रोमांचित
मोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
शहर में भगवान श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा भक्तिभाव से परिपूर्ण वातावरण में निकाली गयी। रथ यात्रा विश्व में शांति और सद्भाव की कामना को लेकर पटना की इस्कॉन संस्था के द्वारा पहली बार निकाली गई है। जिसमें विदेशी महिला श्रधालुओं की सहभागिता अधिक देखी गई। इस रथयात्रा इतनी भव्य अनुशासित थी कि शहर की खासकर महिलाएं इसकी एक झलक पाने को बेताब हो गई।
यह रेडक्रॉस परिसर से निकलकर स्टेशन चौक,जानपुल चौक ,ज्ञानबाबू चौक ,गांधी चौक ,मधुबन छावनी चौक और छतौनी चौक होते हुए पुन:रेडक्रॉस परिसर में समाप्त हो गयी। इस अवसर पर इस्कॉन के अध्यक्ष श्रीकृष्णकृपा दास ने बताया कि भगवान इस कलिकाल में जीवमात्र का कल्याण करने के लिए इस धरा धाम पर अवतरित होते हैं। उन्होंने रथ यात्रा की शुरुआत का वर्णन करते हुए कहा कि एक बार सुभद्रा ने श्रीकृष्ण से नगर भ्रमण की बात कही थी। तो भगवान ने इसे स्वीकार कर बलदेव व सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण को निकले थे । तभी से इस रथ यात्रा की शुरुआत मानी जाती है। आंदोलन की धरती है चम्पारण : कृपादास: कृपादास ने बताया कि चम्पारण की धरती आंदोलन की धरती रही है। इस्कॉन एक भक्ति आंदोलन है। इस आंदोलन में तन,मन व धन से सहयोग कर मनुष्य अपनी जीवन को सार्थक कर सकता है। चम्पारण की भूमि पर चैतन्य महाप्रभु की वाणी ग्राम-ग्राम नगर नगर ,होएबे मारे प्रचार -को प्रतिष्ठापित करने का प्रयास होगा। ताकि लोगों को गोलोकधाम की प्राप्ति हो सके। चौक-चौराहों पर बनी रंगोली: रथ यात्रा को लेकर नगर के मुफस्सिल थाना के पास, जिला परिषद गेट, स्टेशन चौक, बंजरिया बाजार समिति, ज्ञानबाबू चौक, पानी टंकी, मेनरोड, सत्याग्रह चौक, गांधी चौक,मधुबन छावनी चौक तथा छतौनी चौक पर आकर्षक रंगोली बनायी गयी थी। जो श्रद्धालुओं में चर्चा का विषय बनी थी। जो लोगों का ध्यान बरबस आकर्षित कर रही थी।हाईड्रोलिक रथ पर सवार थे भगवान जगन्नाथ,सुभद्रा और बलदेव:सजे धजे पच्चीस फीट ऊंचे हाईड्रोलिक रथ पर भगवान जगन्नाथ,सुभद्रा और बलदेव के विग्रह के साथ इस्कॉन के संस्थापक भक्तिवेदांता स्वामी प्रभुपाद के विग्रह को रखा गया था। भक्तिमय बना नगर का वातावरण: बिहार और नगर में पहली बार आयोजित भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा को देखने के लिए सड़क के दोनों ओर सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे। श्रद्धालुओं ने किया सहयोग: रथ यात्रा को सफल बनाने में डा.स्वस्ति सिन्हा,डा.संतोष कुमार, डा.दिलीप कुमार, डा.राजेश श्रीवास्तव,देवप्रिय मुखर्जी, विनोद जालान, नीरज सिन्हा, रुमित रौशन, पवन जयसवाल, नीता शर्मा, विजय कुमार, रामेश्वर साह,श्रीप्रकाश चौधरी, जीतेन्द्र कुमार ज्वेलर्स ,राजन पटेल व राजा कुमार सहित अनेक ने सहयोग किया। रथ यात्रा में विदेशों से भी पहुंचे थे श्रद्धालु : संस्था के प्रचारक धर्मबिहारी दास व प्रवक्ता नंदगोपाल दास ने बताया कि रथ यात्रा में शामिल होने के लिए दक्षिणी भारत के श्रद्धालुओं के साथ अफ्रीका, रुस, साइबेरिया, उक्रेन ,सिडनी,यूएसए और फिलीपिंस से पहुंचे विदेशी श्रद्धालु हरि बोल....हरे राम हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे का कीर्त्तन करते हुए रथ यात्रा में चल रहे थे।