मोतिहारी/सुधांशु कुमार मनीष।
शहर स्थित महर्षि नगर छोटा बरियारपुर में संचालित सत्यानन्द योग एवं आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान के लेवल टू योग शिक्षक प्रशिक्षु नौ छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा ली गई। परीक्षा आयुष मंत्रालय भारत सरकार अंतर्गत भारतीय गुणवत्ता परिषद नई दिल्ली की पर्सनल सर्टिफिकेशनल बॉडी वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ यौगिक साइंस मणिपाल कर्नाटक द्वारा ली गई। विद्यालय के निदेशक डॉ. ब्रजेश्वर मिश्र, अध्यक्ष डॉ.(प्रो.) कर्मात्मा पाण्डेय, सचिव पं. सुशील कुमार पाण्डेय, सह सचिव प्रो. जेसी गिरि के निर्देशन में परीक्षक सोमनाथ पीठाधीश्वर महंथ रविशंकर गिरि, प्रो. अरविन्द कुमार त्रिपाठी, प्रो. सतीश कुमार वर्मा ने सम्पन्न करायी।
परीक्षा के बाद क्षेत्रों को आशीर्वचन देते हुए महंथ रविशंकर गिरि ने कहा कि योग शब्द का अर्थ है जोड़ना, मुक्त करना, समाहित करना अथवा एकाग्र होना। अपने आत्मा को परमात्मा के साथ जोड़ना ही योग है। पूर्ण एकाग्रता से परमात्मा में समाहित हो जाना ही योग है। पूर्ण एकाग्रता से परमात्मा में समाहित हो जाना, समाधि की अवस्था प्राप्त कर लेना भी योग है।
मौके पर रूपेश कुमार ओझा, नीतू सिंह, प्रियंका झा, शैलेन्द्र गिरि, अर्पित कुमार, अंकित कुमार, सरिता शिवानी, अंचला, अरुण तिवारी आदि मौजूद थे।