मोतिहारी। पीपराकोठी। माला सिन्हा।
पीपराकोठी थाना क्षेत्र के बैरिया देवी मंदिर परिसर में मंगलवार को शिव शिष्य हरेन्द्रानंद फाउंडेशन के तत्वावधान में आओ चले शिव की ओर वार्षिक आध्यायात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिव शिष्य रामनिवास ने कहा कि शिव की पूजा तो हर घर में होती ही है। लेकिन शिव के गुरु स्वरूप की चर्चा नहीं कि गई। आज समाज टूटने की स्थिति में है। आवश्यकता है कि समाज के एक एक व्यक्ति शिव को अपना गुरु मानकर तीन सूत्रों के माध्यम से शिव से ज्ञान लेने की। जिसमे हे शिव आप मेरे गुरु है मुझपर दया कर दीजिए। अपने गुरु की चर्चा करना तथा तीसरा नमः शिवाय पंचाक्षर मन्त्र से 108 वार प्रणाम करना है।
उन्होंने कहा कि आज हमारा समाज ज्ञान के अभाव में भिन्न भिन्न शरीरधारी गुरुओं के चक्कर में शोषण का शिकार हो रहे है। ऐसी परिस्थिति में आवश्यकता है कि शिव के गुरु स्वरूप को अपना कर अपने जीवन मे सुख एवं समृद्धि लायें। उन्होंने कहा कि शिव को गुरु मानने के लिए सभी स्वतंत्र है। चाहे व्यक्ति जिस जाति व सम्प्रदाय के क्यो न हो। इसमें किसी विशेष खानपान, वेश भूषा की आवश्यकता नही है। सभी स्वतंत्र हैं।
कार्यक्रम का मंच संचालन मनमोहन प्रसाद चौहान ने किया। मौके पर शिवशंकर सिंह, सुकदेव पासवान, सुधा ठाकुर, गीता मिश्रा, शंकर महतो, मनोहर दास, जगरनाथ सहनी, कृष्णा सहनी, बबन सिंह, उमेश दास, रामाधार राम, विन्देश्वरी बैठा, कृष्णदेव चौधरी, जानकी मिश्रा, साधना वर्मा, मीना देवी, राधा देवी, पूनम देवी, मीरा देवी सहित हजारों के तादाद में शिवहर, सीतामढी, पश्चिमी चंपारण के शिव शिष्यों ने भाग लिया। गौरतलब हो कि इस स्थल पर प्रत्येक माह के दूसरे रविवार को शिव शिष्य का सम्मेलन का आयोजन किया जाता है तथा आज के दिन प्रत्येक वर्ष सम्मेलन होते है।