मोतिहारी। चिरैया। अर्चना रंजन।
प्रखंड की खड़तरी मध्य पंचायत के पंचायत समिति संख्या 13 के समिति सदस्य अशोक पासवान ने अंचलाधिकारी मो. रेयाज शाहिद के विरुद्ध चिरैया थाने में आवेदन दिया है। आवेदन में आरोप आरोप लगाया है कि अंचलाधिकारी ने उनके साथ कार्यालय में मारपीट, गाली-गलौज करने व जातिसूचक गाली देने के साथ मार कर बर्बाद कर देने की धमकी भी दी है।
बाढ़ से क्षतिग्रस्त मकान की मुआवजा के लिए गये थे कार्यालय-
उक्त आवेदन में पंसस अशोक पासवान ने लिखा है कि पिछले वर्ष आई बाढ़ की विभीषिका में खड़तरी गांव के मोसाफिर पासवान का एसवेस्टस का घर क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसके क्षतिपूर्ति के लिए मोसाफिर पासवान ने अंचलाधिकारी मो.रेयाज शाहिद को आवेदन दिया था। उस वक्त सीओ ने पंचायत समिति सदस्य को कार्यालय में बुलाकर लाने व क्षति की पुष्टि कराने की बात कही थी। इसके बाद मैं मोसाफिर पासवान के साथ कार्यालय में जाकर बाढ़ से हुई क्षति की पुष्टि कर दी। बताया कि बावजूद इसके वे और मोसाफिर पासवान लगातार क्षतिपूर्ति के लिए सीओ से मिलता रहे, लेकिन सीओ लगातार दोनों को आज-कल कर टहलाते रहे।
जाति सूचक गाली देने का आरोप-
पुन: जब वे शुक्रवार को सीओ के कार्यालय में पहुंच उक्त क्षतिपूर्ति की राशि निर्गत करने के संबंध में बात किया तो वह आग बबूला हो गए और सीओ ने उनको और मोसाफिर पासवान को जाति सूचक गाली-गलौज किया। सीओ ने कहा कि जाओ और हेलीकॉप्टर वाले से क्षतिपूर्ति लो। जब दोनों ने सीओ को गाली देने से मना किया तो सीओ ने हम दोनों के साथ लपर-थप्पड़ से मार दीवाल से टकराया। इसके बाद मुंह पर थूकते हुए बोले कि भागो मार-पीटकर बर्वाद कर दूंगा। इसके बाद स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ईलाज कराया।
सत्यता की जांच के बाद की जाएगी कार्यवाई- थानाध्यक्ष
इधर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है। इसकी सत्यता की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सीओ ने कहा- आरोप बेबुनियाद, रोजा के समय गाली देना तो दूर, ऐसी बाते सोंचना भी गलत है
इधर सीओ मो. रेयाज शाहिद से इस बावत पूछे जाने पर इसे सिरे से खारीज करते हुए बताया कि अशोक पासवान आए हुए थे। बताया कि उन्होंने गार्ड को कह रखा था कि किसी को अंदर भेजने से पहले पहले हमसे परमिशन लेकर अंदर भेजना है। यह बात उन्हें कहीं बुरा लगा हो। लेकिन हम दोनों के बीच बात तो पूरी तरह सौहार्दपूर्ण हुई है। इस तरह की कोई बात हम दोनों के बीच में नही हुई है। कहा कि उन्होने तो उनके क्षतिपूर्ति के लिए दिए गए आवेदन के संबंध में उन्हें बता दिया है कि हमने आपके आवेदन को अनुशंसित कर जिला को भेंज दिया दिया गया है। जिला से जैसा आदेश प्राप्त होगा वैसा किया जएगा। वैसे भी हमरा अभी रोजा चल रहा है और इस पीरियड में इस तरह का बात करना तो दूर सोचना हराम की बात है।