मोतिहारी
आंगनबाड़ी केंद्रों के बेहतर संचालन के लिए महिला पर्यवेक्षिकाओं का बदला सेक्टर
By Deshwani | Publish Date: 30/4/2018 11:00:00 PMमोतिहारी। चिरैया। अर्चना रंजन।
बाल विकास परियोजना कार्यालय में पदस्थापित आंगनबाड़ी की महिला पर्यवेक्षिकाओं का सेक्टर बदल दिया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों के बेहतर संचालन के लिए सेक्टर बदला गया है।
सीडीपीओ ने उक्त आशय का पत्र जारी कर दिया है। पत्र में पर्यवेक्षिकाओं को निर्देशित किया है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों का प्रतिदिन निरीक्षण कर प्रतिवेदन कार्यालय को ससमय जमा कराना सुनिश्चित करेंगे।
विभागीय कार्रवाई की हिदायत-
जिन पर्यवेक्षिकाओं के द्वारा अपने कर्तव्यों का पालन नहीं किया जाएगा उन महिला पर्यवेक्षिकाओं के विरुद्ध विभागीय उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजने की भी हिदायत दी है। बतादें की सीडीपीओ ने जिन महिला पर्यवेक्षिका का सेक्टर बदला है उसमें सुधा रानी को सेक्टर 1 से सेक्टर 4 का प्रभार, साजिया कैफ़ी को सेक्टर 2 व 6 से सेक्टर 1 व 7 का प्रभार, कुमारी रिंकी शुक्ला को सेक्टर 5 व 8 से सेक्टर 3 व 6 का प्रभार, पिंकी कुमारी को सेक्टर 3 व 7 की जगह सेक्टर 5 का प्रभार तथा किरण कुमारी को सेक्टर 4 से सेक्टर 2 और 8 का प्रभार आवंटित किया गया है।
ओडीएफ के कारण 31 मार्च तक सेक्टर बदलने पर लगी थी रोक-
इधर विश्वस्त सूत्रों की मानें तो प्रभार आवंटनके क्रम में एक महिला पर्यवेक्षिका किरण कुमारी जिनका सेवा विस्तार वर्ष 2015 से अब तक अवरुद्ध है वहीं उनसे वर्तमान में सीडीपीओ ने अपने पत्रांक 34 दिनांक 20 जनवरी 18 के द्वारा स्पष्टीकरण मांग चुकी है। लेकिन उक्त महिला पर्यवेक्षिका के द्वारा उनके मांगे गए स्पष्टीकरण का जबाब भी अब तक नही दी जा सकी है। फिर किस परिस्थिति में उनसे कार्य लिया जा रहा है और उन्हें 1 सेक्टर के बदले 2 सेक्टर का आवंटन किया गया है। यह भी देखने योग्य है। बतादें कि सीडीपीओ ने महिला पर्यवेक्षिकाओं के सेक्टर बदलने की सूचना अपने उच्चाधिकारियों सहित सभी पर्यवेक्षिकाओं को दे चुकी है। सीडीपीओ ने बताया कि उक्त आदेश 1 मई 18 से प्रभावी होगी। इधर बतादें की महिला पर्यवेक्षिकाओं को कार्यालय में अवकाश होने के कारण पत्र प्राप्त नहीं हो सका है। मिली जानकारी के अनुसार एसडीओ सिकरहना मनोज कुमार रजक ने पूर्व में सीडीपीओ रीना सिंह के द्वारा महिला पर्यवेक्षिकाओं के सेक्टर बदले जाने पर ओडीएफ कार्य को देखते हुए 31 मार्च तक सीडीपीओ के निर्गत पत्र पर रोक लगा दी थी। अभी ओडीएफ कार्य समाप्त हुआ भी नहीं है। बावजूद इसके पुनः सभी पर्यवेक्षिकाओं का सेक्टर बदल दिया गया है। वहीं अभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेविका व सहायिका का चयन की प्रक्रिया भी चल रही है।