शिक्षा समितियों की अवधि समाप्त, नहीं हुए चुनाव, अमान्य सचिव निकाल रहे स्कूल की राशि
शिक्षा विभाग अपने ही बनाये नियम कानून का नहीं कर रहा है पालन।
मोतिहारी। सुगौली। शिवेश झा।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उपेक्षा के कारण मध्य विद्यालय करमवा रघुनाथपुर स्कूल के प्रधानाध्यापक द्वारा बीते चार वर्षों से अमान्य तरीके से राशि की निकासी जारी है। जिससे विद्यालय विकास सहित छात्रवृत्ति, पोशाक तथा छात्र परिभ्रमण आदि की लाखों रुपये की अवैध निकासी बैंक से की जा चुकी है। इस निकासी की तरफ अब भी विभाग का ध्यान नहीं है। इस विद्यालय से नियमों से विपरीत चार वर्ष पूर्व अमान्य हो चुकी विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव के हस्ताक्षर से आज भी स्कूल मद की राशि निकाली जा रही है।
अमान्य सचिव के हस्ताक्षर से हो रही निकासी-
एमडीएम से लेकर परिभ्रमण तक की राशि के लिए अमान्य सचिव के हस्ताक्षर से भुगतान लिया जा रहा है, जबकि स्कूल के संचालन के लिए बनायी गयी शिक्षा समिति की अवधि वर्ष 09 में ही समाप्त हो चुकी है। ऐसे में शिक्षा समिति के बिना नए चुनाव किये पुरानी कमिटी के शिक्षा समितिं के सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से ही बैंक से स्कूल की राशि निकली जा रही है।
पत्येक तीन वर्षों में कराना होता है समिति का चुनाव-
शिक्षा विभाग के अधिसूचना के अनुसार विद्यालय शिक्षा समिति का कार्यकाल तीन वर्षों तक का ही है। जिसके कार्यकाल पूरा होने से पहले ही चुनाव करा लेना होगा। जिसमे शिक्षा समिति के सदस्यों की संख्या 17 होगी। तथा ग्राम पंचायत का संबंधित वार्ड सदस्य पदेन अध्यक्ष होंगे। वही विद्यालय के प्रधान शिक्षक सदस्य, विद्यालय के छात्र-छात्राओं के माता जिसमें पिछड़ा वर्ग के दो, अतिपिछड़ा वर्ग के दो, अनुसूचित जाति जन जाति के दो, सामान्य जाति के दो, नि:शक्त बच्चों की मां सदस्य होंगी।