शांति निकेतन पब्लिक स्कूल का मना वार्षिकोत्सव,शिक्षा का उद्देश्य व्यक्तित्व व संस्कार का निर्माण : सीओ
मोतिहारी। पीपरसकोठी। माला सिन्हा।
शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी करना नहीं बल्कि शिक्षा का उद्देश्य व्यक्तित्व का निर्माण, चरित्र का निर्माण एवं संस्कार का निर्माण करते हुए राष्ट्र का योग्य नागरिक बनना है। उक्त बातें बंगरी स्थित शांति निकेतन पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव के उद्घाटन समारोह के अवसर पर सीओ ललित कुमार झा ने अपने संबोधन में कही।
कार्यक्रम का उदघाटन सीओ श्री झा व स्कूल के निदेशक डॉ शंभु शरण प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं निदेशक श्री प्रसाद ने कहा कि बच्चों के लिए आधुनिक शिक्षा के साथ साथ परम्परागत व नैतिक शिक्षा भी जरूरी है। दुनिया की प्रथम सभ्यता का उदय भारत से हीं हुआ और यही से भारतीय संस्कृति का संचार हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूली बच्चों ने गणेश-वंदना से की गई। वहीं बालिकाओं ने "मैं बची रामजी की कृपा से' गाने के धुन पर नृत्य की प्रस्तुति कर खूब तालिया बटोरी।
प्रतिभागी बच्चों में विशाखा भारती, आशिका, याशमीन, ऋतु कुमारी, रूही कुमारी, रेहान, आदित्या, रौशनी, सलोनी, पलक, आदित्या, ऋचा, दीक्षा आदि बच्चों ने अपने एक से बढ़कर एक प्रतिभा का प्रदर्शन कर लोगो को झूमने पर मजबूर कर दिया। मौके पर रमेश पांडेय, एहतेशाम खान, मदन सिंह, अमित सिंह, राकेश कुमार, अल्पना कुमारी, अणिमा कुमारी, रौशनी कुमारी, चंचला कुमारी, रौनक कुमार व रंजन कुमार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।