मोतिहारी
हनुमानजी आज भी हमारी आत्मा में विराजमान हैं, मॉं ध्यानमूर्ति ने कहा- चरित्रवान जला सकते पाप की लंका को भी
By Deshwani | Publish Date: 11/4/2018 11:00:00 PMरक्सौल में रामकथा ज्ञान महायज्ञ में सुंदरकांड में हनुमानजी की झांकी प्रस्तुत की गई।
रक्सौल। अनिल कुमार।
शहर की प्रमुख संस्था संभावना द्वारा आयोजित 9 दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान महायज्ञ का आठवां दिन है। संभावना संस्था के तत्वाधान में रक्सौल नगर वासियों के सहयोग से सभी भक्त गण श्रीगुरू माँ ध्यानमूर्ति जी की सुमधुर वाणी से भाव विभोर हुए। प्रवचन के दौरान श्री माँ गुरूजी ने कहा कि भगवान श्रीराम ने सुग्रीव का साथ दिया और बाली का विरोध किया। जबकि कोई भी मनुष्य स्वयं के स्वार्थ को देखता है। अगर श्रीराम चाहते तो बाली का पक्ष लेते, बाली उस समय के श्रेष्ठ योद्धा थे, जिससे महाबली रावण लड़ते थे। तथापि श्रीरामजी ने सुग्रीव का साथ दिया,वह निर्बल थे। किन्तु धर्ममार्गी थे। इससे हमें हमेशा सत्य और धर्म के पक्ष में रहना चाहिए।
सुन्दर काण्ड कहते हुए माता ध्यानमूर्ति जी ने कहा कि हनुमानजी के पावन प्रसंग को और झाँकी के द्वारा सजीव लीला को देख भक्तगण हर्षोलास में थे। श्री गुरू माँ ध्यानमूर्ति जी ने कहा कि आज के युवा को चरित्रवान होने की बहुत बड़ा आवश्यकता है। हनुमान जी कहीं गए नहीं हैं। वह आपकी आत्मा के भीतर ही विराजमान हैं। अगर आप नशा और संसार की तमाम तरह की बुराइयों को छोड़कर कर्मनिष्ठ विश्वासी हो जाए तो किसी भी पापी की लंका में आग लगा सकते है। मौके पर संभावना के अध्यक्ष भरत प्रसाद गुप्त, शिवपूजन प्रसाद गुप्ता, ओमप्रकाश गुप्ता, विनोद गुप्ता, रमेश गुप्ता, सुबोध कुमार, धीरज कुमार, जगदीश प्रसाद, विश्वनाथ प्रसाद, सुरज कुमार, रविन्द्र मिश्रा, पन्नालाल जी, गोरख प्रसाद सहित अन्य भक्त जन मौजूद थे।