ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिहार
आरक्षण की मांग को लेकर निषाद विकास संघ ने किया आर-पार की लड़ाई का ऐलान
By Deshwani | Publish Date: 10/3/2018 7:16:08 PM
आरक्षण की मांग को लेकर निषाद विकास संघ ने किया आर-पार की लड़ाई का ऐलान

 पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क

 पटना में शनिवार को निषाद विकास संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन ऑफ़ मल्लाह श्री मुकेश सहनी के आह्वान पर हजारों की संख्या में निषाद समाज के लोगों ने आरक्षण के लिए आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया. इस दौरान निषाद विकास संघ के कार्यकर्ता जिला मुख्‍यालय पर धरना देने के लिए बढ़ रहे थे, मगर प्रदर्शनकारियों को प्रशासन ने गांधी मैदान स्थित कारगिल चौक पर ही दिया. बाद में संघ के प्रतिनिधिमंडल ने जाकर ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा और कहा कि जिले के कोने-कोने से हजारों निषादों ने आरक्षण के लिए एकसाथ महाधरना प्रदर्शन में भाग लिया. प्रदेश के राजनैतिक इतिहास में आरक्षण के लिए किसी एक समुदाय द्वारा यह सबसे बड़ा धरना-प्रदर्शन था. इसलिए सरकार अब निषाद समाज की आवाज को दबा नहीं सकती. अब रविवार को 11 मार्च को मुजफ्फरपुर में करीब 20 हजार बाइक के साथ एक महारैली निकालकर सन ऑफ़ मल्लाह अपनी ताकत का एहसास करवाएँगे. बता दें कि निषाद विकास संघ के इस राज्‍यव्‍यापी महाधरना कार्यक्रम में खुद संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन ऑफ़ मल्लाह श्री मुकेश सहनी सहरसा, मधेपुरा तथा सुपौल में धरने में शामिल हुए और उनकी पत्‍नी मुंबई से दरभंगा आकर महाधरना में शामिल हुईं. 
सन ऑफ़ मल्लाह का कहना है कि  पश्चिम बंगाल तथा दिल्ली जैसे राज्यों में निषाद समाज को आरक्षण प्राप्त है. अगर हमारा देश एक है तथा देश में सबके लिए एक संविधान तथा एक टैक्स है तो बिहार में निषादों को आरक्षण क्यों नहीं ? अगर किसी कारणवश 2018 की छमाही तक निषाद समाज को आरक्षण नहीं मिलता है तो अक्टूबर में पटना के गाँधी मैदान में विशाल जनसभा कर संगठन के द्वारा पार्टी के नाम की घोषणा की जाएगी. साथ ही अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में सभी 40 सीटों पर अपनी पार्टी के बैनर तले  उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा. सन ऑफ़ मल्लाह का कहना है कि कई राजनीतिक दल उन्हें पार्टी में महत्वपूर्ण पद देने का वादा कर रहे हैं, मगर वे किसी भी तरीके का समझौता नहीं करेंगे. वे हर हाल में बिहार में निषाद समाज के लिए नंबर एक की कुर्सी चाहते हैं.
इससे पहले विगत 4 फ़रवरी को सन ऑफ़ मल्लाह ने पटना के एस के मेमोरियल से आरक्षण के लिए बिहार के प्रत्येक जिला मुख्यालय पर एकसाथ महाधरना प्रदर्शन का ऐलान किया था. उनके एक आह्वान पर आरक्षण के लिए उमड़े जनसैलाब से बिहार में निषादों को आरक्षण मिलने की राह अत्यंत आसान हो गई है. शनिवार को राज्यव्यापी महाधरना प्रदर्शन में राज्य के लाखों निषादों ने एकसाथ प्रत्येक जिला मुख्यालय पर आरक्षण के लिए बिगुल फूंका. इस महाधरना प्रदर्शन से बिहार के राजनैतिक गलियारे में उथल-पुथल मची हुई है. हर ओर निषाद आरक्षण के ही चर्चे हैं. प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में सन ऑफ़ मल्लाह के आरक्षण की लड़ाई के चर्चे ने जोर पकड़ लिया है. पूरे देश का निषाद समाज सन ऑफ़ मल्लाह के साथ मजबूती के साथ खड़ा है.
मुकेश सहनी निषाद विकास संघ के बैनर तले निषादों के आरक्षण की मांग विगत तीन वर्षों से कर रहे हैं. विगत विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा बीजेपी अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा निषादों को आरक्षण देने के वादे के पश्चात सन ऑफ़ मल्लाह ने चुनाव में बीजेपी का साथ दिया था. मगर ढाई साल से अधिक समय हो जाने के बाद भी राज्य तथा केंद्र सरकार द्वारा निषाद आरक्षण को लेकर कार्य नहीं किया जा रहा. राज्य तथा केंद्र सरकार बिहार में निषादों के साथ छल करती प्रतीत हो रही है. ऐसे में सन ऑफ़ मल्लाह के नेतृत्व में बिहार के निषादों में सरकार के खिलाफ भयंकर आक्रोश व्याप्त है.

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS