ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
मोतिहारी
निबंधन पदाधिकारी ने कहा- नहीं लगेगी कुर्सी,जो करना है कर लीजिए
By Deshwani | Publish Date: 6/3/2018 8:06:21 PM
निबंधन पदाधिकारी ने कहा- नहीं लगेगी कुर्सी,जो करना है कर लीजिए

-एलआरडीसी के निदेर्श पर मंगाई गई कुर्सियां
रक्सौल। अनिल कुमार

अनुमंडल ऑफिस स्थित निबंधन कार्यालय में उस समय हंगामा बढ़ गया जब आदापुर ग्राम स्वराज मंच के रमेश कुमार सिंह कार्यालय में पहुचें। निबंधन ऑफिस में एक भी कुर्सी नहीं थी। ऑफिस में पहुंचें श्री सिंह ने निबंधन पदाधिकारी मनीष कुमार से कहा हमे आपसे बात करनी है कुर्सी मंगा दीजिये। इसके बाद निबंधन पदाधिकारी ने यह कहते हुए कुर्सी मंगाने से मना कर दिया की मेरी ऑफिस में कुर्सी नहीं रहती है, सभी कुर्सी टूट गई है। इसके बाद रमेश सिंह और निबंधन पदाधिकारी के बीच कुर्सी को लेकर बातचीत हुई। इस दौरान रमेश सिंह ने कहा की यदि आपकी ऑफिस में कुर्सी नहीं रहेगी तो बूढ़े या बीमार लोग कैसे आकर बात करेंगे। इसके बाद बिफरते हुए निबन्धन पदाधिकारी ने आपा खोते हुए कहा की कुर्सी नहीं लगेगी आपको जो करना है कर लीजिये। इसके बाद रमेश सिंह ने एसडीओ श्रीप्रकाश से दूरभाष पर शिकायत की। जिसके बाद मौके पर पहुँचे एलआरडीसी ने निबंधन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे कुर्सी मंगाए, इसके बाद उन्हीं के चैम्बर में अन्दर छुपा कर रखी गयी। कुर्सी निकली और सभी लोग बैठे। रमेश सिंह ने बताया के वे इस मामले की शिकायत वरीय अधिकारियो से करेंगे साथ ही उन्होंने एसडीओ को लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। यहाँ बता दें कि रमेश सिंह ने बीते दिनों एसडीओ के पास निबंधन पदाधिकारी के बारे में लिखित शिकायत करते हुए मिलीभगत से जमीन का कम मूल्यांकन कर राजस्व को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया था। 

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS