बिहार
जुगाड़ गाड़ी चालकों ने की रोजगार के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की मांग
By Deshwani | Publish Date: 22/3/2017 12:45:14 PM
किशनगंज। बिहार सरकार के द्वारा जुगाड़ गाड़ी पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के विरोध में सैकड़ों की संख्या में जुगाड़ गाड़ी चालकों ने समाहरणालय का घेराव किया । चालकों ने जिलाधिकारी पंकज दीक्षित से मिल कर जुगाड़ गाड़ी चलाने की अनुमति मांगी । अन्यथा अन्य रोजगार का कोई वैकल्पिक व्यवस्था करने की भी मांग की । जुगाड़ गाड़ी चालक अख्तर हुसैन, रफीक आलम, मो. भेलवा, सहिमउद्दीन, मो. जमेरुल, अजय कुमार व अन्य ने बताया कि हमलोग 10-15 वर्षों से जुगाड़ गाड़ी चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे है। इसके अलावा हमलोगों ने बैंक से ऋण लेकर जुगाड़ गाड़ी खरीदा है । ऐसे में अगर जुगाड़ गाड़ी का चलना बंद कर दिया जाएगा तो हमलोग अपने परिवार का भरण-पोषण कैसे करेंगे । हमलोग गरीब परिवार से हैं । हमलोगों के पास जमीन-जायदाद भी नहीं है,जिससे खेती कर परिवार का भरण पोषण करेंगे।
जुगाड़ गाड़ी का हमलोग रजिस्ट्रेशन भी करा लेंगे,लेकिन जुगाड़ गाड़ी को बंद नहीं किया जाए। जुगाड़ गाड़ी बंद होने से हमलोगों के परिवार के बच्चे भूखमरी की कगार पर चले गए हैं । बैंक का ऋण सो अलग चुकाना पड़ता है। वहीं जिलाधिकारी पंकज दीक्षित से मिलने गए जुगाड़ गाड़ी चालकों को डीएम ने कहा कि जुगाड़ गाड़ी पर प्रतिबंध सुप्रीम कोर्ट का आदेश है।
इस पर हमलोग कुछ नहीं कर सकते हैं। आपके द्वारा दिए गए आवेदन सरकार को भेजा जाएगा । वहीं जिला परिवहन पदाधिकारी किशनगंज मनोज शाही केंद्रीय मोटर वाहन नियमावली 89 और मोटर यान अधिनियम 88 के प्रावधानों के तहत ऐसी जुगाड़ गाड़ी, वाहन के मापदंडों को पूरा नहीं करती हैं। सरकार ने यह फैसला राजस्व की क्षति और सड़क सुरक्षा के खतरे को देखते हुए उठाया है । सरकार ने इसके परिचालन पर पूरी तरह रोक लगाते हुए इसे सख्ती से लागू करने का निर्देश भी दे चुकी है।