आपदा के समय प्रभावित परिवारों की बेहतरी के लिए बिहार सरकार कृतसंकल्पित : दिनेश चंद्र यादव
कटिहार, (हि.स.)। बिहार के लघु सिंचाई एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि आपदा के समय प्रभावित परिवारों एवं उन इलाकों में रह रहे लोगों के बेहतरी के लिए बिहार सरकार कृतसंकल्पित है।
संभावित आपदा के दौरान उसके प्रभाव को कम करने एवं आपदा के समय बचाव के उद्देश्य से स्थानीय विकास भवन के सभागार में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं यूनिसेफ की ओर से बुधवार को आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि उनके मंत्रालय ने आपदा के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को हर संभव मदद दिलाने का प्रयास किया है। कटिहार जिले में विगत महीने आई बाढ़ में जिला प्रशासन के काम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के प्रावधान के मुताबिक जीआर की राशि शत-प्रतिशत लोगों को मुहैया कराई गई । फसल क्षति तथा गृह क्षति का भी अनुदान प्रभावित लोगों के बैंक खातों में भेजने की कार्यवाही तेजी से की जा रही है।
कार्यशाला कि उपयोगिता के महत्व की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज की यह कार्यशाला संभावित आपदाओं के समय जोखिम को कम करने के उद्देश्य से एवं भविष्य में आने वाली आपदाओं के समय होने वाले नुकसानों को कम करने के लिए कार्यशाला के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है ।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी, मिथिलेश मिश्र ने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक समस्या है, जिसके कारण वर्तमान समय में विभिन्न प्रकार की आपदाएं अधिक आ रही हैं। उन्होंने कहा कि कि संभावित आपदाओं की रोकथाम तथा जोखिम न्यूनीकरण के लिए काम करने की आवश्यकता है । प्रत्येक गांव के स्तर पर मानक संचालन प्रक्रिया बनाने तथा इसमें स्थानीय मुखिया, पंचायती राज प्रतिनिधियों की भागीदारी कि आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इसका प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी अनुश्रवण करेंगे।
उन्होंने कहा कि आपदा न्यूनीकरण के लिए माइंडसेट में परिवर्तन आवश्यक है। अपने दैनिक क्रियाकलापों में इसे अपनाने और इसके विषय में सोचने के बाद ही इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से प्राप्त फीडबैक का अध्ययन कर इसे अंतिम रुप से संकलित कर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेजा जाएगा। यूनिसेफ के राज्य कोऑर्डिनेटर घनश्याम मिश्र एवं घनश्याम जेठुआ ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बहु-आपदा जोखिम न्यूनीकरण को लेकर विस्तार से प्रस्तुति दी। इसके साथ-साथ विगत महीने जिले में आई बाढ़ के दौरान सामाजिक क्षेत्रों में जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विकास एवं अन्य तकनीकी क्षेत्रों में पड़े कुप्रभाव के अध्ययन हेतु जिले में कार्यरत जिला कोऑर्डिनेटर मोहम्मद सादिक ने भी अपनी प्रस्तुति दी।