कटिहार
नगर निगम की बदइंतजामी से विद्युत की बर्बादी
By Deshwani | Publish Date: 3/1/2017 12:42:19 PMकटिहार। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनसभाओं के साथ-साथ जनहित में जारी विज्ञापनों के द्वारा लोगों से व्यर्थ में बिजली नहीं जलाने की अपील कर रहे हैं। जिससे आमजनों तक 24 घंटे बिजली आसानी से पहुंच सके। दूसरी ओर नगर निगम कटिहार को इन अपीलों से कोई लेना-देना नहीं है। कटिहार में दिन हो या रात 24 घंटे स्ट्रीट बल्ब जलती रहती है। इस कारण सैकड़ों यूनिट बिजली हर माह व्यर्थ बर्बाद हो रही है। इसके एवज में नगर निगम कटिहार को पैंतीस लाख रुपये का बिजली बिल बिजली विभाग को चुकानी पर रही है। नगर निगम क्षेत्र अन्तर्गत डॉ. राजेन्द्र प्रसाद पथ हो या मेजर आशुतोष पथ, बाजार समिति रोड हो या दुर्गास्थान चौक हर जगह दिन के उजाले में भी बिजली की बर्बादी हो रही है। सन् 2006 से 2008 के बीच नगरनिगम क्षेत्र में 93 लाख 78 हजार की लागत से लगा 18 पीस हाईमास्क लाईट महज कुछ ही महीने जलने के बाद खराब हो गई। वह आज तक 18 मीटर की उंचाई से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। सन 2008 के आस-पास ठीक उसी प्रकार के हाईमास्क लाइट कटिहार रेलवे जंक्शन के आस-पास भारतीय रेल के द्वारा लगवाया गया था वो आज भी समय पर जलती और बूझती है। नगर निगम क्षेत्र में सन 2014-15 के बीच लगाया गया 2475 सीएफएल स्ट्रीट लाइट एक महीना जलने के बाद आज भी सड़क किनारे शोभा की वस्तु बनी खड़ी है। नगर निगम द्वारा बीते साल कई वार्डों की गलियों एवं बिजली खंभों पर हाईलोजन लाइट लगाया गया जो बदइंतजामी की वजह से दिन हो या रात 24 घंटे जलते रहते हैं। निगम की लापरवाही के चलते होल्डिंग टैक्स की जमा राशि और विद्युत की बर्बादी हो रही है। सभी स्ट्रीट लाइटों में अगर लाइट सेंसर कीट का प्रयोग कर दिया जाए तो बेवजह बिजली और पैसे की बर्बादी को रोका जा सकता है।