बिहार
स्वामीनाथन की अनुशंसा लागू करने में एनडीए की सरकार विफल : अनवर
By Deshwani | Publish Date: 15/6/2017 6:56:44 PMकटिहार, (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी ने 2014 की लोकसभा चुनाव के वक्त अपने घोषणा पत्र में किसानों से वादा किया था कि एनडीए की सरकार बनने के बाद किसान हित में स्वामीनाथन की अनुशंसा रिपोर्ट को लागू करेंगे। इस रिपोर्ट के अनुसार खेती करते समय जो लागत मूल्य में 50 प्रतिशत बढ़ाकर अनाज का जो समर्थन मूल्य है उसे रखा जायेगा। पर दुख की बात है कि चुनाव के तीन साल बीत जाने के बाद भी केन्द्र सरकार अब तक उक्त रिपोर्ट को लागू नहीं कर पाई है। यह किसानों के साथ सरासर धोखा है । उक्त बातें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह कटिहार सांसद तारिक अनवर ने गुरूवार को कटिहार के राष्ट्रवादी भवन में प्रेसवार्ता कर कही।
उन्होंने कहा कि तीन साल बीत जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाषण की शैली बदल गई। अब वे कहते हैं कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी कर देंगे जबकि एनडीए सरकार की कार्यकाल 2019 तक ही है। इससे तो यही प्रतीत होता है कि अब देश की जनता और किसानों को गुमराह करने के लिए प्रधानमंत्री ने टारगेट 2022 का रखा है। इन्ही सब बातों को लेकर किसानों को काफी मायूसी हुई है। इन तीन साल में किसानों द्वारा आत्महत्या करने का आंकड़ा बढ़ा है।
अनवर ने केंद्र सरकार के मंत्रियों और सांसदों द्वारा हाल में दिये गए बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि देश में किसानों की बढ़ रही आत्महत्या से लोगों का ध्यान भटकाने के लिये लोग कहते हैं कि आत्महत्या की वजह कुछ और हो सकती है।
अनवर ने कहा कि बीजेपी की इस रवैये की एनसीपी निंदा करती है। वहीं, किसानों के ऋण ब्याज में कमी करने को लेकर केन्दीय कैबिनेट के फैसले पर चुटकी लेते हुए एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि जब केंद में यूपीए की सरकार थी उस वक्त कैबिनेट द्वारा किसानों द्वारा लिये गए ब्याज दर को घटाकर चार प्रतिशत करने का फैसला लिया गया था। उसी निर्णय को भाजपा की सरकार अपना बताकर किसानों को गुमराह कर रही है। इससे स्पष्ट होता है कि किसानों के लिए वर्तमान सरकार के पास कोई नीति नहीं है।