झारखंड
राहगीर ने समय रहते पुलिस को सूचना नहीं दी होती तो फिर हो जाती झारखंड में मॉब लिंचिंग की वारदात
By Deshwani | Publish Date: 19/8/2019 12:22:14 PMछतरपुर (पलामू)। पलामू जिला में एक राहगीर ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए भीड़ को हत्या का अपराध करने से रोक दिया। मामला छतरपुर प्रखंड के सिलदाग गांव का है। यहां गांव के सैकड़ों लोग एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डालते, यदि उस राहगीर ने समय रहते पुलिस को सूचना नहीं दी होती। राहगीर की सूचना पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के चंगुल से उस व्यक्ति को छुड़ाकर थाना ले गयी।
छतरपुर के थाना प्रभारी वासुदेव मुंडा ने बताया कि किसी ने फोन पर उन्हें सूचना दी थी कि थाना क्षेत्र में मॉब लिंचिंग जैसे हालात हैं। एक व्यक्ति की जान खतरे में है। इसके बाद वह दल-बल के साथ सिलदाग स्थित मध्य विद्यालय के समीप एनएच 98 पर पहुंचे और भीड़ के चंगुल से व्यक्ति को छुड़ाया।
जानकारी के अनुसार गांव के लोगों ने रविवार को एक अजनबी व्यक्ति को देखा। वह न तो पुरुष लग रहा था, न महिला। बच्चों को अकेला देखकर वह उसे पकड़ने के लिए दौड़ पड़ता। इससे गांव के बच्चों में खौफ का माहौल था। बच्चे घर से निकलने से डरने लगे। सोमवार की सुबह उस व्यक्ति को देखकर गांव के सैकड़ों लोगों ने उसे पकड़ लिया। उससे उसके बारे में जानकारी मांगी। उसने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। यहां तक कि वह अपना नाम व पता तक नहीं बता रहा था। इस व्यक्ति ने सलवार समीज के ऊपर फुलपैंट और टी-शर्ट पहन रखी थी। लोग इसे बच्चा चोर समझ रहे थे।
देखते ही देखते यह खबर आग की तरह पूरे प्रखंड में फैल गयी। भीड़ ने पकड़कर उसकी पिटाई कर दी। इसी दौरान एक राहगीर वहां से गुजर रहा था। उसने ग्रामीणों को रोकने की बजाय थाना को सूचित किया। इसके बाद पुलिस पूरे दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंची और उसे ग्रामीणों के चंगुल से सुरक्षित निकाला। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।