रांची। महाशिवरात्रि के मौके पर आज द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ मंदिर समेत सभी शिवालयों में भक्तों की खासी भीड़ उमड़ी। सुबह से शुरू पूजा-अर्चना के साथ शाम को बारात निकालने की तैयारी है। बाबा के जलाभिषेक के साथ ही हर हर महादेव के नारे से पूरा शिवालय परिसर गूंज उठा। इधर, राजधानी रांची स्थित पहाड़ी मंदिर में भी भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।
इस मौके पर बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया है। वहीं, शहर के अन्य मंदिरों में भी जबरदस्त भीड़ देखी जा रही है। चुटिया स्थित प्राचीन श्री राम मंदिर में भी बाबा का भव्य श्रृंगार किया गया है। कई स्थानों पर फूलों की होली खेली जा रही है। इधर, विभिन्न स्थानों से भगवान शिव की बारात निकालने की तैयारी हो रही है।
रातू रोड से श्री श्री शिव बारात आयोजन समिति द्वारा भव्य बरात निकालने की तैयारी हो रही है। इसके लिए आकर्षक झांकियां बनाई गई है। 12 जीवंत झांकी भी बरात में साथ चलेगी। शिवरात्रि के मौके पर होने वाली भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बरात के लिए निर्धारित मार्ग ट्रैफिक बदल दिया गया है। पहाड़ी मंदिर से दोपहर 2 बजे, श्री शिव बारात आयोजन समिति कृष्णा नगर कॉलोनी का रातू रोड से 1.30 बजे और प्राचीन श्री राम मंदिर समिति चुटिया की ओर से शाम 5 बजे आरपीएफ शिव मंदिर से शिव बारात निकलेगी। तैयारियां पूरी हो गई है।
इस बार महाशिवरात्रि पर सोमवार को कई संयोग बना है। इस दिन व्रत व पूजन का शुभारंभ सर्वार्थसिद्धि योग में होने जा रहा है, जो अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इस दिन उपवास रखकर भगवान शिव का विधि विधान से पूजन करने पर भोलेबाबा सभी तरह की कामना पूरी कर देते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो 2019 से पहले ऐसा महासंयोग वर्ष 2012 की बना था। सोमवार के दिन शिवरात्रि का होना शुभ फलदायी माना जाता है, जिनका चंद्रमा, शुक्र व राहु खराब हो उनके लिए शिव पूजा विशेष फलदायी होगी। सोमवार के दिन महाशिवरात्रि होने से इसका महत्व और बढ़ गया है। यही नहीं इस दिन भक्तों के कष्टों का निवारण हो जाता है। इस दिन भगवान शिव एवं पार्वती का विवाह हुआ था, इसलिए इस दिन को महाशिवरात्रि के पर्व के रूप में मनाया जाता है।