सिमडेगा। विधायक आवास घेरने जा रहे रसोइया एवं संयोजिका संघ के सदस्यों को पुलिस ने पहले ही रोक लिया। आज अपनी 15 सूत्री मांग को लेकर जुलूस निकालकर संघ ने विधायक आवास घेरने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने आवास तक पहुंचने से पहले ही इन्हें रोक लिया।
जिला संयोजिका एवं रसोइया संघ के सदस्य पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में जमा हुए। यहां से एक जुलूस निकला, जिसे मुख्य पथों से होते हुए विधायक विमला प्रधान के आवास तक जाना था। इससे पहले कि ये लोग विधायक आवास तक पहुंचते, पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
इसके बाद संघ की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने विधायक विमला प्रधान से मिलकर उन्हें 15 सूत्री मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। संघ ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
संघ ने कहा कि रसोइया-संयोजिका संघ को उचित मानदेय नहीं मिल रहा है। उन्हें न्यूनतम मजदूरी दर मिलना चाहिए। साथ ही कहा कि रसोइया-संयोजिका संघ के जिन सदस्यों को सेवा से बाहर किया गया है, उन्हें पुन: बहाल किया जाए।
विधायक विमला प्रधान ने संघ को आश्वासन दिया कि इन मुद्दों को वह विधानसभा सत्र में जरूर उठाएगी। विधायक ने कहा कि वह नैतिक रूप से संघ की मांगों का समर्थन करती हैं। एक जनप्रतिनिधि के तौर पर वह आंदोलनरत रसोइया-संयोजिका के साथ हैं।
संघ की प्रदेश कोषाध्यक्ष अनिता देवी ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई, तो वे सरकार का तो विरोध करेंगी ही, विपक्षी दलों को भी अपना मत नहीं देंगी। संघ से जुड़े सभी लोग लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों में नोटा बटन दबाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी, तब तक वे हड़ताल पर डटी रहेगी।