रांची। कल रांची में सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों की बैठक हुई। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इसी कड़ी में झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार सामाजिक संगठनों एवं राजनीतिक दलों को तरह-तरह के आरोप को लगाकर जेल में देने की तैयारी कर रहे हैं और अब तो हद हो गई करीबन 2 दर्जन लोगों पर देशद्रोह का मामला चलाया जा रहा है और इसी देशद्रोह के खिलाफ में राजनीतिक दलों एवं सामाजिक संगठनों के लोगों ने आवाज बुलंद किया।
इसी क्रम में झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह सरकार जनता की आवाज दबा रही है। खासकर गरीब, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यकों की आवाज उठाने वालों को कुचलने का प्रयास किया जाता है। सरकार लाठी-डंडा से विरोध की आवाज दबाने की कोशिश करती रही है। सामाजिक कार्यकर्ता को देशद्रोह के मामले में फंसाया जाता है। वहीं, स्वामी अग्निवेश आदिम जनजाति की बात करने आते हैं, तो उनके साथ मारपीट होती है। उनके साथ मारपीट करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हाेती है, उलटे स्वामी पर केस कर दिया जाता है।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, डॉ रामेश्वर उरांव, मासस विधायक अरूप चटर्जी, माले नेता विनोद सिंह, झामुमो के अंतु तिर्की, राजद के रामकुमार, सामाजिक कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी, दयामनी बारला, वासवी किड़ो, वसीर अहमद, अनिल अंशुमन, नदीम खान सहित कई कार्यकर्ता पहुंचे। नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आंदोलन की रणनीति बनायी. सरकार की नीतियों पर बरसे। वैसे सामाजिक कार्यकर्ता जिन पर मुकदमा दर्ज हुआ है, उन्होंने भी अपनी बातें रखीं।