झारखंड
मिशनरीज से चोरी हुए तीन बच्चे बरामद, मुख्यमंत्री ने 15 अगस्त तक मांगी रिपोर्ट
By Deshwani | Publish Date: 12/7/2018 2:57:12 PMरांची। रांची स्थित मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी के एक केंद्र पर आरोप लगा कि वहां से चार बच्चे बेचे गए। पुलिस ने बुधवार को तीसरे बच्चे को भी कोकर इलाके से बरामद कर लिया। करीब एक साल तक कलेजे से लगा कर बच्चे को पालने वाली मां से जब पुलिस बच्चे को छीनकर ले जाने लगी तो मां के आंसू और शब्द सुनकर सबकी आंखें भर आई। आखिर में रोते हुए कह रही है 'बच्चे क्या होते हैं उनसे पूछिये जो औरत मां नहीं बन पाती। इसके बाद झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने बाल संरक्षण आयोग को सभी महिला और बच्चों से जुड़े केंद्रों की जांच कर 15 अगस्त तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। उधर ईसाई संगठनों का कहना है कि उनके साथ नाइंसाफ़ी की जा रही है और जिन नन को गिरफ़्तार किया गया है उसके ख़िलाफ़ एफआईआर ही चर्च को 8 दिन बाद मिली। वहीं इस मामले में मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी से चोरी 3 बच्चे बरामद कर लिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य के बाल संरक्षण आयोग को राज्य के सभी महिला और बच्चे से जुड़े केंद्रो की जांच कर पंद्रह अगस्त तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया हैं। यह मामला मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी के एक केंद्र से जुड़ा है जिस पर आरोप लगा कि वहां से चार बच्चे बेचे गए थे। उधर, ईसाई संगठनों ने आरोप लगाया है कि उनके साथ नाइंसाफ़ी की जा रही है और जिस नन को गिरफ़्तार किया गया है उसके ख़िलाफ़ एफआईआर ही चर्च को 8 दिन बाद मिली। मंगलवार को मुख्यमंत्री रघुबर दास ने इस बैठक के बाद कई आदेश दिए कि मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी में चार बच्चे बेचे जाने का गोरखधंधा राज्य के अन्य 40 अन्य सेंटर में तो नहीं चल रहा था।
मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी के ऐसे 12 केंद्रों की मुश्किल यहीं ख़त्म होने से रही। राज्य सरकार जल्द सीबीआई जांच के आदेश दे सकती है कि पिछले 11 साल में उसे विदेशों से मिले 900 करोड़ से अधिक पैसे का दुरुपयोग तो नहीं किया गया। उधर, ईसाई संगठन का कहना है कि एक दो लोगों के आधार पर पूरी संस्था को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इल्जाम ये भी है कि नन से जबरन क़बूलनामे पर दस्तख़त करवाए गए और एफआईआर गिरफ़्तारी के 8 दिन बाद चर्च को दी गई।