रांची। भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन के खिलाफ विपक्ष और कुछ सामाजिक संगठन ने आज झारखंड बंद का एलान किया है। हालांकि अभी तक राजधानी रांची में बंद समर्थक सड़क पर नहीं उतरे हैं और जनजीवन सामान्य नजर आ रहा है। बंद समर्थकों से निपटने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं। राजधानी की मुख्य सड़कों पर सुरक्षा में जवान लगाये गये हैं। इधर, बंद को सफल बनाने के लिए झामुमो, कांग्रेस, झाविमो, राजद सहित वामदल और कुछ सामाजिक संगठनों ने पूरी तैयारी कर ली है।
हजारीबाग में भी बंद का असर दिख रहा है। बंद समर्थकों ने रोड जाम किया। सभी विपक्षी दल के नेता सड़क पर नजर आ रहे हैं। गिरिडीह के साथ गांवां में भी विपक्षी दलों द्वारा बुलाये गये बंद का जोरदार असर नजर आ रहा है। यहां वाहनों की लंबी कतार लग गयी है। खबर लिखे जाने तक आवागमन पूरी तरह से ठप है। समर्थकों द्वारा गांवां-गिरिडीह मुख़्य मार्ग जाम कर दिया गया है।
गुमला में सुबह से ही बंद का असर नजर आ रहा है। यहां चाय, पान की दुकान भी नहीं खुली। वाहनों का परिचालन ठप नजर आ रहा है। झारखंड व छत्तीसगढ़ राज्य के बॉर्डर पर बंद समर्थक सड़क पर उतर आये हैं। एनएच-78 में बैठ कर मालवाहक वाहनों का परिचालन रोक दिया है। बीच सड़क पर टायर भी जलाया गया है।
झारखंड सरकार की भूमि अधिग्रहण के विरोध में विपक्षी दलों का टंडवा के मिसरोल में बंद असरदार। यहां रोड जाम कर दिया गया। कोल वाहनों का ठहराव सड़कों पर नजर आ रहा है। इधर कांग्रेस ,झाविमो एवं अन्य विपक्षी पार्टियों के समर्थक मिसरोल में बंद के समर्थन में सड़कों पर जमे हैं , वही स्थानीय प्रशासन भी शांति व्यवस्था को लेकर मौके पर मुस्तैद है।
वहीं रांची में बंद समर्थकों से निपटने के लिए और शांति व्यवस्था कायम रहे इसके लिए जगह जगह फोर्स लगाया गया है। जहां-जहां उपद्रव होने की आंशका है वहां रेफ के जवानों को लगाया गया है। सुबह से ही डीसी,एसएसपी समेत अन्य प्रशाशनिक अधिकारी सड़कों पर निकलकर हालात का जायजा ले रहे हैं।