रांची। रांची-लोहरदगा सेक्शन में शनिवार को इलेक्ट्रिक इंजन का फिर ट्रायल लिया जायेगा। फिलहाल, केवल इलेक्ट्रिक इंजन को रांची से लोहरदगा तक ले जाया जायेगा। उसके बाद उसे वापस रांची लाया जायेगा।
एडीआरएम विजय कुमार ने कहा कि केवल इलेक्ट्रिक इंजन के परिचालन का परीक्षण सफल रहा, तो रांची से लोहरदगा तक व लोहरदगा से रांची तक कुछ दिनों तक मालगाड़ी का परिचालन इलेक्ट्रिक इंजन के जरिये किया जायेगा।
इस परीक्षण के सफल रहने पर पैसेंजर ट्रेन को चलाया जायेगा. श्री कुमार ने कहा कि रेलवे की पूरी कोशिश है कि इस लाइन पर जल्द से जल्द इलेक्ट्रिक इंजन के सभी पैसेंजर ट्रेनों की सेवा शुरू की जाये। शुक्रवार को रांची-लोहरदगा ट्रेन को डीजल इंजन से चलाया गया। एडीआरएम ने बताया कि ट्रेन अपने निर्धारित समय पर गयी और आयी।
यह है मामला : गौरतलब है कि गुरुवार सुबह छह बजे नगजुआ स्टेशन के समीप रांची-लोहरदगा पैसेंजर (58651) के इंजन में आग लग गयी। हादसा ओवर हेड इलेक्ट्रिक वायर (ओएचइ वायर) के टूटकर इंजन की छत पर गिरने की वजह से हुआ है। हालांकि, चालक की सतर्कता से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। ट्रेन रांची से लोहरदगा जा रही थी।
हादसे की जांच शुरू : इलेक्ट्रिक इंजन में गुरुवार को आग लगने की घटना की जांच शुरू कर दी गयी है। सोमवार तक जांच रिपोर्ट आने की संभावना है, क्योंकि उसी दिन महाप्रबंधक के साथ होनेवाली साप्ताहिक बैठक में इस पर चर्चा की जायेगी। जले इंजन को टाटानगर शेड भेज दिया गया है। वहीं पता चलेगा कि हादसा कैसे हुआ। इधर, संबंधित अधिकारियों को भी दिशा-निर्देश दिये गये हैं कि वह बेहतर तरीके से जांच रिपोर्ट तैयार करें, ताकि घटना के सही कारणों का पता चल सके।
घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे : रामटहल चौधरी
सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि रांची-लोहरदगा लाइन में गुरुवार को घटीघटना की जांच उच्च स्तरीय कमेटी से करने की मांग रेल मंत्री से करेंगे. श्री चौधरी शुक्रवार को एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रेलवे एक जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करता है। इसकी भी शिकायत वह रेल मंत्री से करेंगे. ट्रेन परिचालन का उदघाटन किसके कहने पर हुआ है, वे इसकी भी जानकारी रेल मंत्री से लेंगे।