पलामू। पलामू जिला के पाटन प्रखंड के लोहिया गांव में टीकाकरण के बाद तीन बच्चों की मौत हो गई, जबकि छह अन्य बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
खबरों के अनुसार, पलामू जिला के पाटन प्रखंड के लोहिया गांव में जापानी एंसीफेलिटिस, पेटा वेलेट व अन्य टीका लगाने के 20 घंटे बाद ही तीन बच्चों की मौत हो गई। वहीं, छह बच्चों की हालत गंभीर बताई जाती है। जिन्हें इलाज के लिए तत्काल मेदनीनगर स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही पलामू की चिकित्सीय टीम लोईगा गांव पहुंच कर दवा की जांच में जुट गई है।
बच्चों की मौत की खबर मिलते ही पाटन छतरपुर के विधायक राधा-कृष्ण किशोर लोईगा गांव पहुंचे। इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के सचिव निधि खरे को इसकी सूचना दी। मुख्यमंत्री के सचिव सुनील वर्णवाल ने पलामू के उपायुक्त को निर्देश दिया है कि बीडीओ के माध्यम से तीन घटे के भीतर मृतक बच्चों के परिजनों को एक लाख रुपया मुआवजा का भुगतान करा दिया जाए। जरूरत पड़ी तो गंभीर बच्चों को रांची भेजा जाए।
इस संबंध में पलामू के डीपीएम प्रवीण सिंह ने बताया कि टीकाकरण के तरीके, उसकी उपयोगिता, एकसपायरी, गोल्ड चेन की व्यवस्था समेत अन्य बिंदुओं की जाच की जा रही है। बताया कि एएनएम द्रोपदी पाडेय से टीकाकरण संबंधित पूरी जानकारी ली जा रही है। दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री रघुवर दास बच्चों की मौत की सूचना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना से वे काफी दुखी हैं, जिसकी भी गलती होगी उसे बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा की है।