रांची । खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने शनिवार को झारखण्ड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएसपीएस) एवं राज्य सरकार के आवासीय सेंटर के खिलाड़ियों से मुलाकात की। होटवार स्थित मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि खेलगांव में बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध हैं। राज्य सरकार खेल से जुड़ी सभी सुविधाएं खिलाड़ियों को दे रही है।
खेल मंत्री ने खिलाड़ियों से कहा कि हमें और मेहनत करने की जरुरत है। आपका मुकाबला देश और विश्व के बेहतरीन खिलाड़ियों से होगा। खिलाड़ी खेल के साथ-साथ पढ़ाई और तकनीक पर भी धयान दें। अनुशासन हर खेल की सफलता का पहला पायदान है। खिलाड़ियों को चोट से डरना नहीं है। यहां उपस्थित खिलाड़ियों को करोड़ों युवाओं में से मौका मिला है। यह मौका सुनहरा है। खिलाड़ी अपने काम पर फोकस करें, तभी सफलता मिलेगी।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि झारखण्ड के खिलाड़ियों में प्रतिभा की कमी नहीं है। अगर यहां के खिलाडियों को मौका मिले, तो वह सिर्फ देश ही में नहीं बल्कि विदेशों में भी परचम लहरा दें।
खेलकूद एवं युवा कार्य मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि राजवर्धन सिंह राठौड़ के केंद्रीय खेल मंत्री के प्रभार में आने के बाद देश के खेल में सकारात्मक संचार हुआ है। ओलंपिक में खेल मंत्री की भागेदारी ऐतिहासिक है। झारखण्ड तीरंदाजी और हॉकी में हमेशा से आगे रहा है। इस कारण झारखण्ड सरकार ने भारत सरकार से सेंटर फॉर एक्सीलेंस (तीरंदाजी और हॉकी) और पटियाला ट्रेनिंग सेंटर का एक एक्सटेंशन झारखण्ड में खोलने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य के दो हॉकी ओलंपियन ने भारत को हॉकी में स्वर्ण पदक दिलवाया है।
बाउरी ने कहा कि झारखण्ड का लक्ष्य 2024 का ओलंपिक है। 2024 में होने वाले ओलंपिक में झारखण्ड के खिलाड़ी देश के लिए सबसे अधिक स्वर्ण पदक लाने का काम करेंगे। भारत के प्रधानमंत्री का न्यू इंडिया का सपना, जिसमें हर क्षेत्र में भारत का बेहरतीन प्रदर्शन होना है, उसमें झारखण्ड खेल में अपनी भागेदारी निभाएगा।
खेल विभाग के सचिव राहुल शर्मा ने कहा कि झारखण्ड में खेल के प्रति लोगों का रुझान ज्यादा है। यहां खस्सी टूर्नामेंट होता है। इसे बढ़ावा देने के लिए कमल क्लब का गठन किया गया है।