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जांच की भावना और खोज की जिज्ञासा विज्ञान की जड़ : रामनाथ कोविंद
By Deshwani | Publish Date: 5/2/2018 3:40:58 PM
जांच की भावना और खोज की जिज्ञासा विज्ञान की जड़ : रामनाथ कोविंद

नई दिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि जांच की भावना और खोज की जिज्ञासा विज्ञान की जड़ में हैं। विज्ञान और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने का भारत का एक पुराना इतिहास है। उन्होंने यह बात सोमवार को राष्ट्रपति भवन में नोबेल पुरस्कार विजेता संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए कही। इस मौके पर विज्ञान, प्रौद्योगिकी, वन व पर्यारण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आजादी के 70 वर्षों में विज्ञान में हमारा भरोसा मजबूत हुआ है। इसने हमारे समाज व हमारी सोच को परिष्कृत किया है। परमाणु ऊर्जा से लेकर कृषि, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी क्षेत्र, बीमारियों से छुटकारा देने वाले टीके इसी विज्ञान की देन हैं जिसने हमारे देश को हमेशा मजबूती प्रदान की है।
उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों, पीएचडी छात्रों से लेकर वरिष्ठ प्रौद्योगिकीविद् तक सभी में उद्देश्य की एक साझा भावना होनी चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता और फील्ड मेडल विजेता देश के प्रमुख वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं से बातचीत के लिए यहां इकट्ठे होंगे। वे यह देखने के लिए यहां आएंगे कि हम अपने संस्थानों को कैसे सर्वश्रेष्ठ बना सकते हैं और ये कैसे हमारे समाज को बदल सकते हैं।

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