झारखंड
सुझाव मान लेती सरकार तो नहीं होती इतनी फजीहत : झाविमो
By Deshwani | Publish Date: 3/2/2018 4:27:47 PMरांची (हि.स.)। झारखंड विकास मंत्री (झाविमो) प्रवक्ता योगेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा है कि रघुवर सरकार झाविमो का सुझाव प्रारंभ में ही मान लेती तो आज कम-से-कम सरकार की इतनी फजीहत व किरकिरी नहीं होती । जैसा रवैया है कि अभी आरोपित अधिकारियों पर तो सरकार की किरकिरी बाकी ही है ।
प्रवक्ता योंगेद्र सिह ने शनिवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि झाविमो ने विपक्ष होने का धर्म बखूबी निभाते हुए सरकार द्वारा लाई जा रही तमाम गलत नीतियों पर सरकार को सदैव आगाह करने का काम किया है । परंतु रघुवर सरकार अपने अहंकार व हठधर्मिता के आगे भला कुछ सुनती कहां है ? किसी भी सरकार को बहुमत का ऐसा नशा भी नहीं होना चाहिए ।
सिंह ने कहा कि जब झाविमो सहित विपक्षी पार्टियां स्थानीय नीति में सुधार की मांग कर रही थी तब मुख्यमंत्री इसे राजनीति से प्रेरित बता रहे थे, अब जब उन्हीं की पार्टी के 26 विधायक व कई मंत्री इसपर आपत्ति जताते हुए पत्राचार कर रहे हैं तब आज दिन में ही उन्हें तारे क्यों नजर आने लगे हैं। आनन-फानन में कमिटी भी बन गयी। दरअसल, मुख्यमंत्री को किसी भी मुद्दे पर मिले सुझावों को पक्ष-विपक्ष के चश्मे से देखने की बजाय उन सुझावों को राज्यहित के हिसाब से देखना चाहिए ।