ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
झारखंड
चारा घोटाला : लालू की उपस्थिति में दो गवाहों की हुई गवाही
By Deshwani | Publish Date: 31/1/2018 8:28:59 PM
चारा घोटाला : लालू की उपस्थिति में दो गवाहों की हुई गवाही

 रांची, (हि.स.)। चारा घोटाला के आरसी 47 ए/96 मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बुधवार को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में पेश हुए। इस मामले में पूर्व सांसद डा आरके राणा और जगदीश शर्मा सहित अन्य आरोपी भी पेश हुए। सीबीआई की ओर से दो गवाहों छतरपुर के तत्कालीन प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डा चंद्रभूषण सिंह और लेस्लीगंज के तत्कालीन चलंत पशु चिकित्सा पदाधिकारी राम प्रसिद्ध सिंह की गवाही दर्ज की गयी। दोनों सीबीआई के 455-456 वां गवाह के रूप में उपस्थित हुए थे। डा चंद्रभूषण ने अपने बयान में बताया कि तत्कालीन जिला पशुपालन पदाधिकारी कामेश्वर सहाय एवं चलंत पशु चिकित्सा पदाधिकारी प्रभात कुमार ने दबाव डालकर वर्ष 1994-95 में पीली मकई 40 हजार क्विंटल की प्राप्ति रशीद मुझसे दस्तख्त करवा कर लिया था । उसी प्रकार उक्त दोनों पदाधिकारी ने दबाव डालकर वर्ष 1995-96 में पीली मकई 15 हजार क्विंटल, 15 हजार बादाम खली, 5 हजार क्विंटल सकरकंद, 5 हजार क्विंटल महुआ, 4 हजार क्विंटल मिनरल मिक्चर और 4 हजार 900 क्विंटल फीश मिल की प्राप्ति रशीद ले ली थी ।

दूसरे गवाह रामप्रसिद्ध सिंह ने अदालत को बताया कि उनसे भी, जब वह 1992-93 में गारु ब्लाक के प्रभार में थे, तब 53 हजार क्विंटल पीली मकई और बादाम खली की प्राप्ति रशीद तत्कालीन जिला पशुपालन पदाधिकारी बीएन शर्मा और चलंत पशु चिकित्सा पदाधिकारी डा प्रभात कुमार सिन्हा ने ले ली थी। 1992-93 में जब वे लेस्लीगंज के प्रभार में थे, तब 43 हजार 500 क्विंटल पीली मकई और बादाम खली की प्राप्ति रशीद उनसे ले ली गयी थी | वर्ष 1993-94 और 1995-96 में डालटेनगंज के प्रभार में थे। उस वक्त 2 लाख 10 हजार क्विंटल पीली मकई की रसीद उनपर दबाव डालकर तत्कालीन जिला पशुपालन पदाधिकारी कामेश्वर सहाय और चलंत पशु चिकित्सा पदाधिकारी डा प्रभात कुमार ने उनसे प्राप्ति रशीद ले ली थी । वह वर्ष 1995-96 में छिपादोहर में पदस्थापित थे। उक्त दोनों पदाधिकारियों ने 45 हजार क्विंटल पीली मकई और बादाम खली की प्राप्ति रशीद उनसे ले ली थी। उन्होंने आगे बताया कि मुफ्त पशु खाद्यान्न सामाग्री की योजना नहीं थी। उक्त सारी बातें उन्होंने 164 सीआरपीसी के तहत पूर्व के दिये गये बयान में बताया था। उन्होंने उस बयान की कॉपी की पहचान भी की। यह मामला डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़ा है। सीबीआई के वरीय विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह ने बताया कि देवघर कोषागार से 89.24 लाख और चाईबासा कोषागार 37 करोड़ 62 लाख की अवैध निकासी मामले में जेल में बंद लगभग 60 आरोपियों की सशरीर पेशी भी बुधवार को हुई। 

उधर चारा घोटाले से संबंधित आरसी 38 ए/96 दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में बुधवार को लालू प्रसाद यादव सहित अन्य आरोपियों की सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में जेल से वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये पेशी हुई। मामले में बुधवार को भी अभियुक्तों की ओर से बहस भी हुई। यह मामला दुमका कोषागार से 3 करोड़ 13 लाख 41 हजार 451 रुपये की अवैध निकासी से जुड़ा है।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS