झारखंड
बजट सत्र की कार्यवाही समय पूर्व स्थगित करना गलत परंपरा : कांग्रेस
By Deshwani | Publish Date: 30/1/2018 8:06:14 PM रांची, (हि.स.)। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि विधान सभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए इस तरह स्थगित कर देना, गलत पंरपरा की नींव डालना है। उन्होंने कहा कि सत्र के लिए राज्यपाल द्वारा स्वीकृत औपबंधिक कार्यक्रम में बदलाव के लिए जो प्रावधान कार्य संचालन नियमावली में है, उसका बेजा इस्तेमाल सरकार ने किया है। सदन के नेता (मुख्यमंत्री) इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। आलम मंगलवार को कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विपक्ष भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य के आरोपित प्रशासनिक पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहा था।
राज्य सरकार सदन में विपक्ष को जवाब देने से बचना चाहती थी। सदन में विपक्ष को फेस न कर पाने की स्थिति में सरकार ने हाउस एडजर्न करने के लिए उपलब्ध प्रावधानों का अनुचित प्रयोग करके सदन को स्थगित कर दिया। यह राज्य की संसदीय परंपरा में काला अध्याय है। उन्होंने कहा कि सरकार सदन में विपक्ष द्वारा उठाये गये भ्रष्टाचार एवं कुपोषण आदि के मुद्दों पर उचित कार्रवाई करके गतिरोध को दूर कर सकती थी, पर ऐसा न कर गतिरोध को खत्म करने का जो रास्ता सरकार ने अपनाया है, वह संसदीय गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली है। कांग्रेस इसकी निंदा करती है।
उन्होंने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री ने पत्र लिखकर पद त्याग की इच्छा जतायी है। उनके पद त्याग की इच्छा सदन नेता के हठीले रवैये एवं सत्र के औपबंधिक कार्यक्रम में बदलाव के लिए नियमावली प्रावधानों के बेजा इस्तेमाल कर हमारे आरोपों को पुख्ता करती है। प्रेसवार्ता में विधायक मनोज यादव, प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, लाल किशोर नाथ शाहदेव आदि उपस्थित थे।