झारखंड
सैलानियों के लिए सज-धज कर तैयार हैं खूंटी के पर्यटन स्थल
By Deshwani | Publish Date: 1/1/2018 10:08:50 AMखूंटी, (हि.स.)। खूंटी का नाम जेहन में आते ही उग्रवाद-नक्सलवाद और अपराध का चेहरा नजर आता था, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। नव वर्ष में सैलानियों के स्वागत के लिए जिले के दर्जनों पर्यटन स्थल सज-धज कर तैयार हैं। प्रशासन और पुलिस की सक्रियता से जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर दिसंबर की शुरुआत से ही पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने लगी थी।
नव वर्ष में पिकनिक और सैर सपाटों के लिए प्रकृति ने खूंटी जिले को कई सौगात दी है। तोरपा प्रखंड का पेरवांघाघ विशाल पर्वतों और घने जंगलों से घिरा है। जंगल के टेढ़े-मेढ़े रास्ते से झरने तक का सफर रोमांचकारी है। हर दिन शहर से लेकर गांव तक लोग और प्रशासन से न्यायिक अधिकारी भी यहां नव वर्ष मनाने आते हैं। जिला मुख्यालय खूंटी से इसकी दूरी लगभग 45 किलोमीटर है। जिले का दूसरा महत्वपूर्ण पिकनिक स्थल है मुरहू प्रखंड का पंचघाघ। यहां सालों भी सैलानियों का आना-जाना लगा रहता हैं। खूंटी से इसकी दूरी महज 15 किलोमीटर है।
तमाड़ रोड का रानी फाॅल भी पर्यटकों की पसंदीदा स्थल है। इसकी भी दूरी लगभग 15 किमी है। इसके अलावा लावा घाघ, पंगुरा झरना सहित कई जगहें हैं, जहां लोग नव वर्ष के लिए भारी संख्या में पहुंचते हैं। यदि आपको हिरणों को कुलांचे भरते हुए देखना पसंद है, तो आपका इंतजार रांची-खूंटी मार्ग पर कालामाटी स्थित विरसा मृग विहार कर रहा है, जहां सैकड़ाें की तादाद में चीतल, सांभर, हिरण आदि हैं।