रांची, (हि.स.)। कांग्रेस विधायक सह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री पद की गरिमा होनी चाहिए, गर्मी नहीं। सदन के नेता के आचरण से हमें ठेस पहुंचा है। हमें इस बात का दुःख है कि मैं उस सदन का सदस्य हूं, जहॉं अमर्यादित भाषा का प्रयोग होता है। सुखदेव भगत शनिवार को मोरहाबादी स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष एक घंटे मौन के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में पद की गरिमा नहीं, बल्कि गर्मी दिखायी। यह गांधी का देश है, गांधी जी के रास्ते पर सदन और लोकतंत्र चलना चाहिए, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री गोडसे के रास्ते पर सदन और लोकतंत्र को ले जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बोलने के लिए वाणी चाहिए लेकिन चुप रहने के लिए वाणी और विवेक दोनों की आवश्यकता है। इस मौके पर कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, अनादि ब्रहम, प्रदीप तुलस्यान, राजीव रंजन प्रसाद, संजय पाण्डेय, आलोक कुमार दूबे, शमशेर आलम सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
वहीं प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने बताया कि 28 दिसम्बर को कांग्रेस का 133वां स्थापना दिवस है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने इसे भव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने राज्य के सभी जिलाध्यक्षों को इस अवसर पर पार्टी मुख्यालय में झण्डोत्तोलन करने का निर्देश दिया है। स्थापना दिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर, पौध रोपण एवं विचार गोष्ठी आदि कार्यक्रम आयोजित करने का भी निर्देश जिलाध्यक्षों को दिया गया है।