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झारखंड के शिक्षण संस्थानों ने पूरे विश्व में ज्ञान का परचम लहराया : वीसी
By Deshwani | Publish Date: 13/11/2017 7:53:58 PM
झारखंड के शिक्षण संस्थानों ने पूरे विश्व में ज्ञान का परचम लहराया : वीसी

रांची, (हि.स.)। रांची विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि जीवन न केवल जीने का अपने लिए एक मौका है, बल्कि दूसरों के लिए भी जीने का सुन्दर अवसर देने का नाम है। झारखंड समरसता की संस्कृति का भूखंड है। झारखंड वह प्रदेश है, जहां भगवान बिरसा मुंडा ने संगठन और सामूहिकता का जीवन दर्शन दुनिया को दिया। उन्होंने कहा कि यह वह ज्ञान की भूमि है, जहां के शिक्षण संस्थानों ने पूरे विश्व में ज्ञान का परचम लहराया है। कुलपति रमेश पाण्डेय सोमवार को रांची विवि के 31वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। 

कुलपति ने कहा कि शिक्षा और ज्ञान की ताकत हमें मजबूत बनाती है। शिक्षा हमारे भीतर आत्मविश्वास की अलख जगाती है, आत्मबल देती है। उन्होंने कहा कि विवि ने विविध पाठ्यक्रमों, योजनाओं, नीतियों एवं अनेक उपयोगी कार्यक्रमों तथा गतिविधियों के माध्यम से आपकों संस्कारित किया है। आपके लिए संभावनाओं के अनेक द्वार खोल रखे हैं। आपको जीवन की नई और चुनौतीपूर्ण पारी खेलनी है। उन्होंने कहा कि मौजूदा पीढ़ी नयी सोच, नई उर्जा और नवीन दृष्टि से संपन्न है। तकनीकी समझ में हमसे बहुत उन्नत और आगे है। यह पीढ़ी विज्ञान और तकनीक का प्रयोग बेहतर ढंग करें, ताकि नवीन भारत और नवीन झारखंड के निर्माण को गति और दिशा मिले। उन्होंने कहा कि सफलता की पोशाक रेडिमेड नहीं मिलती, इसे बनाने के लिए मेहनत का हुनर चाहिए। समय सबसे बड़ा गुरु है, यह परीक्षा लेकर हमें सिखाता है। उन्होंने कहा कि व्यावहारिक ज्ञान और कौशल विकास के द्वारा आपको आगे बढ़ना है, बहुत दूर जाना है। जीवन में तकलीफ उसी को आती है, जो हमेशा जबाबदेही उठाने को तैयार रहता है। ईश्वर ने हर किसी को हीरा बनाया है, पर चमकता वही है, जो तराशने की हद से गुजरता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र विरोधी शक्तियों को पहचानें, उनसे सावधान रहें। समय प्रबंधन की परवाह करें, विकास कार्यों में सहभागी बनें, प्रगति करें पर प्रकृति को रौंद कर नहीं, जीवन मूल्यों और आदर्शों का गला घोंटकर नहीं। 
 
इस मौके पर प्रति कुलपति प्रो. कामिनी कुमार ने कहा कि छात्रों की शिक्षा दीक्षा पूर्ण होने पर जितनी खुशी छात्रों और माता पिता को होती है, उससे कहीं अधिक शिक्षकों को होती है। क्योंकि शिक्षा की संपन्नता छात्रों के जीवन की अगर एक महत्वपूर्ण मंजिल होती है तो उसी में शिक्षकों, अध्यापकों को भी अपने इरादों उद्देश्यों की सफलता का गौरव भी मिलता है। उन्होंने कहा कि इस विवि से आपको जो भी मिला है, जो अच्छाइयां हैं, जो आपके अंदर सामर्थ्य जगाती हैं, उसको हमेशा चेतन मन रखते हुए आप जिन्दगी के हर कदम पर सफलता प्राप्त करें। इस मौके पर कुलसचिव अमर कुमार चौधरी, पीआरओ प्रकाश कुमार झा सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे। 
 
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