झारखंड
धर्मातंरण विधेयक अनुचित, बापू को बनाया जा रहा है ढाल : गौतम राणा
By Deshwani | Publish Date: 11/8/2017 7:15:26 PM रांची, (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने झारखंड सरकार के विज्ञापन को लेकर अपना विरोध प्रकट करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के उक्त विचार जो झारखंड सरकार द्वारा प्रत्येक अखबारों को विज्ञापन के माध्यम से आज के अखबारों में छापे गए हैं, वह आजादी से पहले की बात है । उसे आज उजागर करने का क्या मतलब है ? हमारे संविधान निर्माताओं द्वारा यह संविधान में उल्लेखित है कि कोई किसी को जबरन धर्म परिवर्तन नहीं करा सकता ।
झारखंड सरकार द्वारा धर्मातंरण विधेयक को विधानसभा से पास कराने की साजिश चल रही है उसके पीछे गोडसेवादी सोच का हाथ है । राष्ट्रपिता को ढाल बनाकर जो यह षडयंत्र रचा जा रहा है, वह सर्वथा अनुचित है । उन्होंने कहा कि धर्मातंरण विधेयक हमारी गंगा-जमुनी तहजीब को खत्म करने की कवायद है । उन्होंने कहा कि जिस तरह रघुवर सरकार ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट को वापस लिया ,ठीक उसी तरह उसे इस विधेयक को भी वापस लेना पड़ेगा । इसके लिए राजद व्यापक स्तर पर जन-जागरण चलायेगी ।
एक प्रश्न के जवाब में राजद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मेडिकल प्रोटेक्शन बिल जो सरकार ला रही है ,वह बेहद ही खतरनाक है । सरकार को अपनी व्यवस्था ठीक करनी चाहिए । इस मामले में स्वय उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार को कई एडवाजरी दी है । उन्होंने कहा कि अगर डक्टर द्वारा दाये के जगह बाये किडनी का अपरेशन हो रहा है उस वक्त लोग उग्र कैसे नहीं होंगे ,गलती होने पर लोगों को आक्रोशित होने से कोई रोक नहीं सकता है । यह विधेयक जनहित में नहीं है सरकार को इस पर विचार करना चाहिए ।